झुंझुनूं में प्रेमी संग मिलकर देवर को फंसाने की साजिश:भाभी के अफेयर का विरोध करता था; गाड़ी में अफीम रख पुलिस को बताया
झुंझुनूं में प्रेमी संग मिलकर देवर को फंसाने की साजिश:भाभी के अफेयर का विरोध करता था; गाड़ी में अफीम रख पुलिस को बताया

झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर में पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है, जहां एक महिला और उसके प्रेमी ने मिलकर उसके देवर को अवैध मादक पदार्थ के झूठे मामले में फंसाने की साजिश रची थी। पुलिस ने इस पूरी योजना का भंडाफोड़ कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को एनडीपीएस एक्ट के तहत हिरासत में ले लिया है। यह पूरा मामला प्रेम-प्रसंग और आपसी रंजिश का बताया जा रहा है।
कैसे रची गई साजिश
शहर के इंदिरा नगर इलाके में पुलिस को मुखबिर के जरिए एक गाड़ी में अवैध मादक पदार्थ ले जाने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई की और गाड़ी से मादक पदार्थ बरामद कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि मुखबिर कोई और नहीं, बल्कि आरोपी जितेंद्र था। उसने खुद ही मादक पदार्थ गाड़ी में रखा था और फिर पुलिस को झूठी सूचना दी।
देवर करता था भाभी के अवैध रिश्ते का विरोध
पुलिस को इस घटनाक्रम पर शक हुआ और जब उन्होंने गहनता से जांच की तो पूरा सच सामने आ गया। पता चला कि आरोपी जितेंद्र ने यह साजिश महिला के साथ मिलकर रची थी। महिला का पति सेना में है और ड्यूटी पर बाहर है। इसी दौरान महिला और जितेंद्र के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। महिला का देवर, जो एक ग्राम सेवक है, इस अवैध रिश्ते का विरोध करता था। इस बात से नाराज होकर जितेंद्र ने महिला के साथ मिलकर देवर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
पुलिस ने नाकाम की साजिश
योजना के अनुसार, जितेंद्र ने मादक पदार्थ को गाड़ी में रखा और पुलिस को सूचना दी। वहीं, महिला अपने देवर को अस्पताल ले जाने के बहाने अपने साथ लेकर आई ताकि उसे फंसाया जा सके। लेकिन पुलिस की जांच ने उनकी इस साजिश को नाकाम कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी जितेंद्र ने न केवल कानून को गुमराह करने की कोशिश की, बल्कि एक निर्दोष को फंसाने का गंभीर अपराध भी किया है।
एसपी बोले— दोनों से पूछताछ जारी
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए झुंझुनूं के पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने महिला और जितेंद्र दोनों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। एसपी ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है और इसकी गहनता से जांच की जा रही है। आरोपियों ने कानून को धोखा देने के साथ-साथ एक निर्दोष व्यक्ति को फंसाने का प्रयास किया है, जो एक गंभीर अपराध है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।