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नवलगढ़ में गोवंश की दुर्दशा: ठेकेदार और पालिका प्रशासन पर गोरक्षकों का फूटा गुस्सा


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नवलगढ़ में गोवंश की दुर्दशा: ठेकेदार और पालिका प्रशासन पर गोरक्षकों का फूटा गुस्सा

भूख-प्यास और कीचड़ में तड़पते रहे गोवंश, आवाज उठाने वालों पर ही मुकदमा दर्ज!

जनमानस शेखावाटी संवाददाता :  रविन्द्र पारीक

नवलगढ़ : बाबा रामदेव चौक में सालभर विचरण करने वाले बेसहारा गोवंश लक्खी मेले के दौरान भारी संकट में आ गए। नगरपालिका प्रशासन ने ठेका देकर 100 से अधिक गोवंश को एक बाड़े में बंद करवाया, लेकिन चारे-पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई। तीन दिन से लगातार हुई बरसात से बाड़े में पानी व कीचड़ भर गया, जिससे गोवंश की स्थिति दयनीय हो गई। भूख-प्यास से तड़पते गोवंश को देखकर मोहल्लेवासियों व गोरक्षकों ने विरोध जताया।

मौके पर पहुंचे ठेकेदार नंदलाल सैनी के सहयोगी सुरेश कुमार ने बाड़े का ताला खोलकर अंदर देखा तो वहां न चारा था और न ही पानी की व्यवस्था। भारी कीचड़ में फंसे गोवंश मौका पाकर बाहर निकल आए। जानकारी मिलने पर नगरपालिका ईओ कंवरपाल सिंह मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों व बंजारों की मदद से गोवंश को फिर से बाड़े में बंद करवा दिया।

लेकिन इसके बाद स्थिति और बिगड़ गई। गोरक्षा दल व स्थानीय लोगों की मांग पर व्यवस्था सुधारने की बजाय नगरपालिका ईओ ने उल्टा गोवंश की दुर्दशा उठाने वालों पर ही कार्रवाई करवा दी। ईओ की शिकायत पर पुलिस ने चार नामजद व 10-15 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो जनों को थाने में भी बंद कर दिया।

गोरक्षकों ने सौंपा ज्ञापन

इस कार्रवाई से आक्रोशित गोरक्षा दल और स्थानीय लोगों ने नवलगढ़ थाने में ठेकेदार नंदलाल सैनी, सहयोगी सुरेश कुमार सैनी और नगरपालिका ईओ कंवरपाल सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दी। साथ ही जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के नाम उप निरीक्षक अमरसिंह को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि मेले के नाम पर नगरपालिका द्वारा धन राशि आवंटित कर ठेका दिया गया, लेकिन पद का दुरुपयोग करते हुए गोवंश को चारे-पानी से वंचित रखा गया। बरसात के दिनों में भूखे-प्यासे गोवंश कीचड़ में खड़े-खड़े मरने की स्थिति में पहुंच गए। गोरक्षकों ने मांग की कि जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाए।

ज्ञापन देने वालों में गोरक्षा दल अध्यक्ष भैंरोसिंह राठौड़, कमल सारस्वत, रमेश दीक्षित, नंदलाल दायमा, राकेश माली, सुमित खटीक, दिनेश सैनी, मुरारीलाल, राजेश टांक, कप्तान जाखलिया, मुरारीलाल माटोलिया, बाबूलाल चेजारा, सीता देवी, संतोष देवी, संजू देवी, द्रोपदी देवी, कौशल्या देवी, ग्यारसी देवी सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।

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