सरपंच-बिजनेसमैन को पीटने वाला लड़की बनकर नदी किनारे बैठा था:चुन्नी हटाई तो फरार हिस्ट्रीशीटर निकला; बोलेरो कैंपर से कार घेरकर लाठियां बरसाई थी
सरपंच-बिजनेसमैन को पीटने वाला लड़की बनकर नदी किनारे बैठा था:चुन्नी हटाई तो फरार हिस्ट्रीशीटर निकला; बोलेरो कैंपर से कार घेरकर लाठियां बरसाई थी

झुंझुनूं : 15 जुलाई और सरपंच और कॉलेज संचालक से मारपीट के मामले पुलिस ने मुख्य आरोपी को पकड़ लिया है। पुलिस से बचने के लिए बदमाश लड़की बनकर घूम रहा था। जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो बदमाश लेगिंग, कुर्ती और चुन्नी लगाए हुए था। लोकेशन के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी की तो नदी के किनारे एक लड़की बैठी नजर आई ऐसे में, पुलिस एकबारगी चौंक गई। लेकिन जब चुन्नी हटाई तो बदमाश ही निकला। आरोपी पुलिस की टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल था। साथ ही, पुलिस ने 5 हजार का इनाम भी घोषित किया हुआ था।
मामला सूरजगढ़ थाना इलाके का है। आरोपी को पुलिस ने सूरजगढ़ थाना इलाके के तोला सेही की काटली नदी से पकड़ा है। झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया- ककोड़ा सरपंच संदीप हैला और निजी कॉलेज संचालक देवी सिंह ओला पर जानलेवा हमला करने के मामले में सोमवार को रोहित उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया गया है। मामले में पहले ही 8 बदमाश पकड़े जा चुके हैं। इसमें राहुल उर्फ बाबा, सेर सिंह उर्फ भुणिया, सुरेंद्र सिंह, विजय कुमार, अरुण, रवि कुमार, अर्पित और जलेसिंह शामिल हैं।
3 PHOTOS में देखिए 15 जुलाई का घटनाक्रम…



अब 2 पॉइंट्स में समझिए मामला
1. 5 गाड़ियों में आए थे बदमाश: 15 जुलाई मंगलवार शाम 6:30 बजे ककोड़ा सरपंच संदीप हैला अपने दोस्त निजी कॉलेज संचालक देवी सिंह ओला के साथ चिड़ावा रोड से सूरजगढ़ लौट रहे थे। बरासिया कॉलेज के पास अचानक कैंपर, पिकअप और बोलेरो में पांच गाड़ियों में बदमाश आए।
2. रेंज आईजी ने SHO को सस्पेंड कर दिया था: सरपंच की कार को आगे-पीछे से टक्कर मारी। इसके बाद हमलावरों ने लाठी-डंडों और सरियों से कार पर हमला कर दिया। सरपंच संदीप किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। लेकिन, गाड़ी में मौजूद देवी सिंह ओला को बेरहमी से पीटा गया। मामले में सूरजगढ़ SHO हेमराज मीणा को सस्पेंड भी किया गया था।

वेश बदल कर बच रहा था
झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया- मामले में पहले से 8 गिरफ्तारियां हो चुकी थी। इसके बाद भी मुख्य आरोपी मोनू फरार था। पुलिस ने तकनीकी साधनों और मुखबिरों की सूचना पर काम करना शुरू किया। जांच के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी रोहित उर्फ मोनू लगातार अपनी पहचान बदल कर पुलिस को चकमा दे रहा था। इसके बाद पुलिस को ग्राम तोला सेही के जोहड़ क्षेत्र में उसकी लोकेशन मिली। वह महिला के कपड़ों में था।
जोहड़ में लड़की बन कर बैठा था
पुलिस के अनुसार, जब लोकेशन के आधार पर पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो मोनू के हुलिए का कोई आदमी नजर नहीं आया। वहां जोहड़ में एक महिला बैठी थी। ऐसे में, पुलिस चौंक गई कि मोनू कहां है।
पहले तो पुलिसकर्मी असमंजस में पड़ गए, लेकिन सूचना पक्की मानकर जब उसकी चुन्नी हटाई गई तो महिला के कपडे पहने मोनू ही बैठा था। उसने लाल रंग की कुर्ती-लेगिंग और चुन्नी ले रखी थी। पूछताछ में रोहित ने स्वीकार किया कि उसने पुलिस और आम लोगों को चकमा देने के लिए यह भेष अपनाया था।