अवैध खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर हमला:सहायक वन संरक्षक को कुचलने की कोशिश, जब्त पिकअप छुड़ाकर फरार
अवैध खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर हमला:सहायक वन संरक्षक को कुचलने की कोशिश, जब्त पिकअप छुड़ाकर फरार

गुढ़ागौड़जी : झुंझुनूं जिले में अवैध खनन और लकड़ी के अवैध परिवहन को रोकने गई वन विभाग की टीम पर सोमवार देर रात हमला हो गया। आरोपियों ने गश्ती दल के वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की, फिर जब्त की गई पिकअप गाड़ी को छुड़ाकर मौके से भगा ले गए। इस दौरान एक आरोपी ने सहायक वन संरक्षक को पिकअप से कुचलने का प्रयास किया। गुढ़ागौड़जी थाने में इस संबंध में मामला दर्ज कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, सहायक वन संरक्षक हरेंन्द्र भाकर, क्षेत्रीय वन अधिकारी अमित कुमार सैनी, वनपाल जयवीर सिंह, वनपाल सत्यवीर सिंह और सहायक वनपाल पिंकु कुमार सोमवार देर रात गश्त पर निकले थे। टीम महला की ढाणी तन टीटनवाड़ के पास पहुंची तो एक पिकअप गाड़ी लकड़ियों से भरी हुई आती दिखाई दी। टीम ने पिकअप को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक ने तेज गति से गाड़ी दौड़ाते हुए दो-तीन बार गश्ती दल के वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की।
पिकअप को बाड़े में खड़ी कर फरार हो गया ड्राइवर
टीम ने पीछा किया तो ड्राइवर पिकअप को महला की ढाणी में एक बाड़े के अंदर खड़ा कर चाबी लेकर फरार हो गया। मामले की सूचना तुरंत पुलिस थाना गुढ़ागौड़जी को दी गई। थोड़ी देर बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पिकअप को जब्त करने की कार्रवाई शुरू हुई।
पिकअप और इनोवा में भरकर आए आरोपी
इसी दौरान एक पिकअप और एक इनोवा गाड़ी में सवार होकर मुकेश कुमार पुत्र शिवपाल निवासी रघुनाथपुरा, सचिन पुत्र विनोद कुमार निवासी भोड़की, सुधेश पुत्र बनवारीलाल, संदीप पुत्र शिवपाल निवासी रघुनाथपुरा, सत्येंद्र उर्फ बन्टी पुत्र प्रहलाद सिंह पोषाणा, हिरालाल पुत्र नारायण सिंह पोषाणा समेत करीब 15 अन्य लोग और 3-4 महिलाएं वहां पहुंच गए।
जब्त पिकअप लेकर हुए फरार
आरोप है कि सभी ने मौके पर वन विभाग के स्टाफ से गाली-गलौच करते हुए धक्का-मुक्की शुरू कर दी और जब्त पिकअप को छुड़ाने का प्रयास किया। इस दौरान मुकेश कुमार पिकअप में बैठ गया और गाड़ी स्टार्ट कर सहायक वन संरक्षक को कुचलने की कोशिश की। किसी तरह वन विभाग की टीम और पुलिस ने खुद को बचाया, लेकिन आरोपी जब्त पिकअप को लेकर गुढ़ागौड़जी की तरफ फरार हो गए।
वन विभाग का कहना है कि आरोपियों की यह हरकत न केवल राजकार्य में बाधा डालने की है, बल्कि जान से मारने की धमकी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला भी बनता है। विभाग ने मांग की है कि इस घटना में शामिल वाहनों को जब्त कर विभाग के सुपुर्द किया जाए, ताकि आगे की विभागीय कार्रवाई हो सके।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
गुढ़ागौड़जी थानाधिकारी राममनोहर ने बताया कि वन विभाग की टीम पर हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, जान से मारने की धमकी देने, अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और जब्त वाहन को छुड़ाकर ले जाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। नामजद आरोपियों के साथ अन्य अज्ञात लोगों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस टीम को उनकी गिरफ्तारी के लिए रवाना कर दिया गया है।
आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में अवैध खनन और लकड़ी की तस्करी लंबे समय से चल रही है। वन विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन आरोपी आए दिन सरकारी टीम को डराने और धमकाने की कोशिश करते हैं। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने भी मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में सरकारी टीम पर हमला करने की हिम्मत न हो।
वन विभाग अधिकारियों का कहना है कि देर रात गश्त के दौरान अक्सर अवैध खनन और लकड़ी परिवहन के मामले सामने आते हैं, लेकिन इस बार स्थिति बेहद गंभीर थी क्योंकि आरोपियों ने सरकारी वाहन को टक्कर मारने और अधिकारी को कुचलने की कोशिश की। विभाग ने साफ किया है कि कानून के तहत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।