शहीद भाई की मूर्ति को बांधी राखी:34 साल पहले शहीद हुआ था भाई, रक्षाबंधन पर भावुक हुई बहन
शहीद भाई की मूर्ति को बांधी राखी:34 साल पहले शहीद हुआ था भाई, रक्षाबंधन पर भावुक हुई बहन

लक्ष्मणगढ़ : भाई-बहन के अटूट रिश्ते और देशभक्ति की अनोखी मिसाल लक्ष्मणगढ़ के जाजोद गांव में देखने को मिली। 34 साल पहले देश की सेवा करते हुए शहीद हुए वीर जवान भागीरथ सिंह पूनियां की बहनें आज भी हर रक्षाबंधन पर उनकी प्रतिमा को राखी बांधकर यह पर्व मनाती हैं।
शनिवार सुबह बहनें मोहनी देवी और पार्वती देवी राखी लेकर शहीद स्मारक पहुंचीं। उन्होंने भाई की प्रतिमा को टीका लगाया, राखी बांधी और देश के लिए दिए उनके बलिदान को नमन किया। इस भावुक पल में उनकी आंखें नम थीं, लेकिन दिल में भाई की शहादत पर गर्व साफ झलक रहा था।
मोहनी देवी ने कहा, “भाई को हमसे बिछड़े 34 साल हो गए, लेकिन हमारे लिए वह आज भी जीवित हैं। उनका बलिदान पूरे गांव और जिले के लिए गर्व की बात है।” पार्वती देवी ने बताया कि प्रतिमा को राखी बांधना ऐसा है जैसे भाई को अपने हाथों से राखी बांध रहे हों, यह उन्हें हमेशा देश सेवा की प्रेरणा देता है।
शहीद भागीरथ सिंह पूनियाँ का जीवन परिचय
शहीद भागीरथ सिंह पूनियाँ पुत्र पोखरमल का जन्म 02 फरवरी 1968 को लक्ष्मणगढ़ के जाजोद गांव में हुआ। उन्होंने 1986-87 में राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता कोटपुतली, जयपुर में विजय प्राप्त की। 25 अगस्त 1987 को उन्होंने बी.एस.एफ. में सेवा प्रारंभ की और 1988 में 64 बी.एन. बी.एस.एफ. की ओर से जोधपुर कबड्डी सेक्टर टीम में विजेता रहे। 1989 में 35 बी.एन. बी.एस.एफ. की पंजाब फ्रिंटीयर टीम में भी कबड्डी विजेता बने। 4 अगस्त 1991 को 172 बी.एन. बी.एस.एफ. में जम्मू एवं कश्मीर के सी.आई. रोल में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वे वीरगति को प्राप्त हुए। तब से हर साल उनकी बहनें और परिवारजन स्मारक पर आकर उन्हें राखी बांधते हैं।
इस अवसर पर उनके भाई सूबेदार हनुमान सिंह पूनियां, हवलदार मांगीलाल पूनियां, बहनें मोहनी देवी एवं पार्वती देवी ने मिलकर अमर शहीद की स्मृतियों को संजोते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने वीर भाई के अदम्य साहस और बलिदान को नमन किया। उन्होंने श्रद्धा और स्नेह से राखी बांधते हुए बचपन में भाई के साथ बिताए सुनहरे लम्हों को सजीव किया।
वहीं उपखंड के बगड़ियों के बास में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के दौरान अफ्रीकी देश कांगो में वीरगति को प्राप्त हुए गांव के बीएसएफ जवान अमर शहीद शिशुपाल सिंह बगड़िया के स्मारक पर रक्षाबंधन के पावन पर्व पर भावुक और प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला।
शहीद की बहन मोहनी देवी अपने पूरे परिवार के साथ स्मारक पर पहुंचीं और अपने अमर भाई की कलाई पर श्रद्धा व स्नेह से राखी बांधी। राखी के हर धागे में बचपन की मीठी यादें, भाई का स्नेह और उसके अदम्य साहस की अमर गाथा झलक रही थी।
इस अवसर पर शहीद के बड़े भाई रिटायर्ड डिप्टी कमांडेंट मदन सिंह बगड़िया, हवलदार मूल सिंह, वीरांगना कमला देवी, बेटी डॉ. कविता, बेटा प्रशांत सहित परिजन और बच्चों ने मिलकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। माहौल में देशभक्ति और भाई-बहन के अटूट प्रेम की भावना गहराई तक महसूस की गई।
