पपुरना से डाबला तक 20 करोड़ की लागत से बन रही सड़क एक हफ्ते में दरकी: लालगढ़ में ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
ठेकेदार पर घटिया सामग्री लगाने का आरोप:राजकीय विद्यालय से गांव तक बन रही सीमेंटेड सड़क में आई दरारें

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : विजेन्द्र शर्मा
खेतड़ी : पपुरना से डाबला तक सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही 13 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य गुणवत्ता को लेकर सवालों के घेरे में है। करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही इस सीमेंटेड सड़क में महज़ एक सप्ताह के भीतर दरारें आनी शुरू हो गई हैं। बुधवार को लालगढ़ गांव में ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा राजकीय विद्यालय से लेकर गांव के मध्य तक बनाई जा रही सड़क का निर्माण जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, पीछे बनी सड़क जगह-जगह से दरकती जा रही है। इससे निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निर्माण में उपयोग हो रही सामग्री बेहद घटिया है, जिससे सड़क टिकाऊ नहीं रह पाएगी। उन्होंने कहा कि इस सड़क पर प्रतिदिन भारी ओवरलोड डम्पर चलते हैं। यदि सड़क निर्माण के एक सप्ताह में ही यह हाल है, तो कुछ ही समय में यह पूरी तरह से उखड़ जाएगी।
ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी से की जांच की मांग – चेताया, अनदेखी पर करेंगे बड़ा आंदोलन
ग्रामीणों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से मांग की है कि निर्माण कार्य की निष्पक्ष जांच करवाई जाए, दोषियों पर कार्रवाई की जाए तथा सड़क को गुणवत्ता मानकों के अनुसार दोबारा तैयार करवाया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि यदि अब भी अनदेखी हुई, तो यह करोड़ों की लागत व्यर्थ चली जाएगी और क्षेत्रवासियों को बार-बार असुविधा का सामना करना पड़ेगा। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों में विजेश कुमार सैनी, सुनील सैनी, विष्णु सैनी, विक्रम सैनी, नीरज सैनी, शंभूदयाल सैनी, कृष्ण सैनी, रोहतास सैनी, राजेश सैनी, फूलचंद सैनी, कैलाश चंद्र, प्रदीप कुमार, हरलाल सैनी, नारूराम सैनी, लक्ष्मण सैनी, राजेंद्र सैनी, किशनलाल सैनी, रामसिंह सैनी, भजनराम सैनी, शंकरलाल सैनी, रमेश सैनी व भानाराम सैनी शामिल रहे।