पशु अस्पताल में 8 महीने से पशु डॉक्टर नहीं:सहायक का भी पद खाली, पशुपालकों को करना पड़ रहा है परेशानी का सामना
पशु अस्पताल में 8 महीने से पशु डॉक्टर नहीं:सहायक का भी पद खाली, पशुपालकों को करना पड़ रहा है परेशानी का सामना

पाटन : पाटन के ग्राम पंचायत छाजा की नांगल में स्थित पशु चिकित्सालय में पिछले 8 महीने से चिकित्सक और पशुधन सहायक के पद रिक्त हैं। इस कारण क्षेत्र के पशुपालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, इस पशु चिकित्सालय का निर्माण 2022 में विधायक सुरेश मोदी के प्रयासों से 38 लाख रुपए की लागत से हुआ था। इसके लिए ग्रामवासी दिनेश यादव ने भूमि दान की थी।
चिकित्सालय शुरू होने पर दर्जनों गांवों के पशुपालकों को लाभ मिला था। लेकिन सरकार बदलने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पशु चिकित्सक और पशु सहायक का ट्रांसफर करवा दिया गया। अब पशुपालकों को अपने बीमार पशुओं के इलाज के लिए दूर-दराज के अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। समय पर उचित इलाज न मिलने के कारण पिछले महीने एक वाल्मीकि परिवार की भैंस की मौत हो गई थी।
स्थानीय निवासी नरेश पाल यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने सरकार से इस समस्या के समाधान की अपील की है। भामाशाह दिनेश यादव ने भी सरकार से जल्द से जल्द चिकित्सक और पशुधन सहायक की नियुक्ति करने की मांग की है। ग्रामवासियों का कहना है कि पशु चिकित्सालय खुलने से उन्हें राहत मिली थी। लेकिन अब स्टाफ की कमी के कारण पशुपालक मुश्किलों से जूझ रहे हैं। ग्रामवासियों ने सरकार से अनुरोध किया है कि चिकित्सालय को शीघ्र चालू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।