लीखवा गांव में कांवड़ियों का भव्य स्वागत, शिव भक्ति में डूबा माहौल
सावन मास की परंपरा के तहत लोहार्गल से कावड़ लाए शिवभक्तों का हुआ सम्मान

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : निरंजन सैन
पिलानी : सावन मास की धार्मिक परंपराओं को जीवंत करते हुए पिलानी क्षेत्र के लीखवा गांव स्थित प्राचीन ठाकुरजी मंदिर में सोमवार को लोहार्गल से कावड़ लेकर लौटे कांवड़ यात्रियों का पारंपरिक और भव्य स्वागत किया गया।शिवभक्तों की आस्था, ऊर्जा और समर्पण से ओतप्रोत इस आयोजन ने ग्रामीणों को भक्तिमय वातावरण में सराबोर कर दिया। लोहार्गल से कांवड़ यात्रा पूरी कर लौटे श्रद्धालु प्रकाश पारीक, गौतम पारीक, राकेश पारीक, अनिल पारीक, नरेश पारीक व विद्याधर व्यास का मंदिर परिसर में डीजे की मधुर धुनों के बीच पारंपरिक रीति-रिवाजों से पुष्प वर्षा, माल्यार्पण और फलाहार कर स्वागत किया गया। पूरे आयोजन स्थल पर “बोल बम” और “हर-हर महादेव” के जयकारों की गूंज सुनाई दी, जिसने माहौल को भक्तिरस में डुबो दिया।
इस आयोजन में ग्रामीणों की भागीदारी उल्लेखनीय रही। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों और महिलाओं तक सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और इस धार्मिक उत्सव को एक सामूहिक उल्लास में बदल दिया। मंदिर प्रांगण में भक्ति गीतों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य कर शिवभक्ति को नमन किया।
कार्यक्रम में डॉ. केदारमल पारीक, द्वारिका प्रसाद पारीक, विशंभर पारीक, अनिल पारीक, नरेश पारीक, पवन पारीक, पवन कुमार, राजेंद्र पारीक, डॉ. देव पारीक, नंदलाल पारीक, सुधीर पारीक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सहभागिता निभाई। यह आयोजन न केवल धार्मिक परंपराओं की पुनर्स्थापना का प्रतीक बना, बल्कि शिवभक्ति के एक अद्वितीय संगम के रूप में भी यादगार बन गया।