झुंझुनूं में कांग्रेस की संविधान-बचाओ जनसभा और विरोध-प्रदर्शन:अमित ओला बोले-यह देशव्यापी अभियान; संस्थाएं बचाना अब जरूरी
झुंझुनूं में कांग्रेस की संविधान-बचाओ जनसभा और विरोध-प्रदर्शन:अमित ओला बोले-यह देशव्यापी अभियान; संस्थाएं बचाना अब जरूरी

झुंझुनूं : झुंझुनूं में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गिडानिया के नेतृत्व में सोमवार को झुंझुनूं कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन से पहले मान नगर स्थित कांग्रेस कार्यालय से एक विशाल रैली निकाली गई। जो शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली में कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा, जिसमें स्मार्ट मीटरों को लेकर आमजन में पनप रही नाराजगी, बिगड़ी कानून व्यवस्था, सफाई, शिक्षा व चिकित्सा व्यवस्थाओं की बदहाली समेत छह प्रमुख मांगें उठाई गईं।
कांग्रेस नेताओं के बयान..
- संविधान बचाओ अभियान : कांग्रेस नेता अमित ओला ने कहा- यह सिर्फ प्रदर्शन नहीं, बल्कि संविधान बचाओ अभियान’ का हिस्सा है। संविधान कोई सिर्फ किताब नहीं है, वो एक भावना है। आज उसे बचाना जरूरी हो गया है। पहले ईडी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर लोकतंत्र की नींव को कमजोर किया गया, अब चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को भी SIR (संविधानिक, संस्थागत, राजनीतिक दुरुपयोग) मॉडल के तहत प्रभावित किया जा रहा है। यह हमला सिर्फ संस्थाओं पर नहीं, आम लोगों के अधिकारों पर है। इसलिए यह आंदोलन अब राष्ट्रव्यापी रूप ले रहा है।
- स्मार्ट मीटरों की योजना आमजन के खिलाफ : अमित ओला ने कहा- राजस्थान में स्मार्ट मीटरों की योजना आम उपभोक्ताओं के अधिकारों पर हमला है। बिना जन सहमति के परंपरागत मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं जो न केवल जेब पर बोझ हैं, बल्कि निगरानी का जरिया बन चुके हैं। यह निजी कंपनियों के साथ मिलकर की जा रही साजिश है, जिसमें आमजन की निजता, स्वतंत्रता और पारदर्शिता को ताक पर रख दिया गया है।
- जनहित के मुद्दों से भाग रही भाजपा सरकार : पूर्व सभापति नगमा बानो ने कहा कि भाजपा सरकार जनहित के मुद्दों से भाग रही है, लेकिन अब जनता चुप नहीं बैठेगी। महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष पुष्पा चाहर ने कहा कि स्मार्ट मीटरों से महिलाओं पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है, क्योंकि घरेलू बजट बिगड़ गया है और बिजली बिलों में अनियमितता आम हो गई है। एनएसयूआई जिला अध्यक्ष राहुल जाखड़ ने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार देने में असफल रही है। अब स्मार्ट मीटर और बिगड़ी सेवाओं से छात्रों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कांग्रेस नेता खलील बुडानिया और अजमत अली ने कहा कि सरकार ने यदि मांगें नहीं मानी तो यह आंदोलन जिले से निकलकर पूरे प्रदेश में तेज किया जाएगा।
छह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा गया
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम छह प्रमुख मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है। अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और आम आदमी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों के चुनाव परिसीमन के नाम पर अनिश्चितकाल के लिए टाल दिए गए हैं, जो लोकतंत्र के खिलाफ है। स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि आए दिन भवन गिरने से मासूम बच्चों की मौत हो रही है।
ज्ञापन में हाल ही में हुई नारी पहाड़ी खनन दुर्घटना का जिक्र करते हुए कहा गया कि अवैध खनन का बोलबाला है और सरकार आंखें मूंदे बैठी है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की शह पर भू-माफिया और खनन माफिया बेलगाम हो चुके हैं। इससे पर्यावरण और जनजीवन दोनों खतरे में हैं।
प्रदर्शन की अगुआई कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला ने की। उनके साथ नगर परिषद की पूर्व सभापति नगमा बानो, जिला महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष पुष्पा चाहर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहरसिंह सोलाना, खलील बुडानिया, अजमत अली, NSUI जिला अध्यक्ष राहुल जाखड़, आजम भाटी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।