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सीकर-डिपो की बस का कंडेक्टर नशे में ड्यूटी पर मिला:50 यात्रियों को बे-टिकट कराया सफर; जांच टीम से ETIM मशीन छीनी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

सीकर-डिपो की बस का कंडेक्टर नशे में ड्यूटी पर मिला:50 यात्रियों को बे-टिकट कराया सफर; जांच टीम से ETIM मशीन छीनी

सीकर-डिपो की बस का कंडेक्टर नशे में ड्यूटी पर मिला:50 यात्रियों को बे-टिकट कराया सफर; जांच टीम से ETIM मशीन छीनी

झुंझुनूं : राजस्थान रोडवेज में सीकर डिपो की एक बस में ड्यूटी कर रहा परिचालक शराब के नशे में पाया गया उसने 50 यात्रियों को बिना टिकट यात्रा भी कराई।जब मंत्रालयिक फ्लाइंग टीम ने बस का निरीक्षण किया तो कंडक्टर ने ई-टिकट मशीन छीन ली और निरीक्षण में रुकावट डाली। पूरे घटनाक्रम का वीडियो सबूत सीडी में मौजूद था, लेकिन बाद में उसे “रिक्त” बताया गया। अब इस मामले में झुंझुनूं डिपो और सीकर डिपो आमने-सामने आ गए हैं।

परिचालक शराब के नशे में मिला, 50 यात्री बिना टिकट

मुख्यालय जयपुर के आदेश संख्या 190 (दिनांक 5 जून 2025) के तहत चल रहे निरीक्षण अभियान के तहत 20 जून को झुंझुनूं के ढिगाल में सीकर डिपो की बस RJ14 PB 5285 की जांच की गई। सुबह 7:37 बजे की गई एन-4 रिपोर्ट के अनुसार, बस में 44 यात्री थे।

ड्यूटी पर तैनात परिचालक पवन कुमार शर्मा शराब के नशे में सीट पर बैठा मिला। जांच के दौरान उसने निरीक्षण दल से ई.टी.आई.एम. मशीन छीन ली, जिससे कार्य रुक गया। बाद में झुंझुनूं आगार में दोबारा जांच में सामने आया कि मुकुंदगढ़ से झुंझुनूं तक 15 यात्री बिना टिकट थे, और रास्ते में 35 यात्रियों को बिना टिकट सफर कराने के बाद टिकट जारी किए गए।

यानी कुल 50 यात्रियों को नियम विरुद्ध यात्रा कराई गई थी। मेडिकल जांच में शराब सेवन की पुष्टि हो चुकी है।

सीडी में था पूरा वीडियो, लेकिन बताया गया ‘रिक्त’

इस घटना से जुड़ी सीडी और जांच रिपोर्ट 24 जून को सीकर डिपो को भेजी गई। लेकिन सीकर डिपो के चीफ मैनेजर दीपक कुमावत ने इस सीडी को स्वयं खोलकर इसे ‘रिक्त’ बताया, जबकि नियमानुसार यह कार्य जांच अधिकारी द्वारा किया जाना था।

इस संबंध में झुंझुनूं डिपो के चीफ मैनेजर गिरिराज स्वामी ने कहा- हमने सारे वीडियो साक्ष्य और दस्तावेजों के साथ जांच रिपोर्ट सीकर डिपो को भेजी थी, लेकिन वहां से सीडी को खुद खोलकर उसे खाली बताया गया। यह प्रक्रिया नियमों के विरुद्ध है। अब हमने दोबारा पूरी रिपोर्ट सभी दस्तावेजों के साथ जयपुर मुख्यालय को भेज दी है।

15 जुलाई को झुंझुनूं में निरीक्षण दल की उपस्थिति में जब उसी सीडी को दोबारा खोला गया, तो उसमें 20 जून की वीडियो रिकॉर्डिंग मौजूद पाई गई। कंप्यूटर सिस्टम की शीट से यह पुष्टि भी कर दी गई कि वीडियो पहले से रिकॉर्ड था। इससे यह संदेह मजबूत हुआ कि जांच को जानबूझकर कमजोर करने की कोशिश हुई।

सीकर डिपो का पक्ष- चार्जशीट बनाकर भेजेंगे

सीकर डिपो के चीफ मैनेजर दीपक कुमावत ने कहा- यह हमारे रूटीन प्रोसेस का हिस्सा है। हमने प्रकरण की जानकारी लेकर चार्जशीट तैयार कर ली है, जिसे मुख्यालय को भेजा जाएगा।

हालांकि सीडी को स्वयं खोलना, और उसे ‘रिक्त’ बताना, पूरे जांच के निष्पक्ष स्वरूप पर सवाल खड़े करता है।प्रबंध निदेशक के निर्देश और अब सवालों के घेरे में निरीक्षण व्यवस्था प्रबंध निदेशक जयपुर के निर्देश अनुसार मंगलवार से शुक्रवार तक सभी आगारों पर मौजूद निरीक्षण स्टाफ को यह सुनिश्चित करना था कि बिना टिकट कोई यात्रा न हो। लेकिन यह पूरी घटना उसी दिन यानी शुक्रवार को हुई, जब अधिकारी कार्यालय में ही मौजूद थे।

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