चूरू में सेवा भावना का प्रतीक: है। डॉ. एफ. एच. गौरी
चूरू में सेवा भावना का प्रतीक: है। डॉ. एफ. एच. गौरी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जहां डॉक्टर को सिर्फ पेशा समझा जाता है, वहीं डॉ. एफ. एच. गौरी इसे सेवा का माध्यम मानते हैं। शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सकों में शुमार डॉ एफ एच गोरी सीनियर फिजिशियन पूर्व पी एम ओ राजकीय जिला डीबी हॉस्पिटल चूरू न केवल अपने अनुभव और इलाज के लिए जाने जाते हैं, बल्कि गरीबों के प्रति उनकी संवेदनशीलता उन्हें खास बनाती है।डॉ. एफ. एच. गौरी उन चुनिंदा डॉक्टरों में हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बिना फीस लिए देखते हैं और यह भी खास बात है कि कई बार वह अपनी सीट से उठकर बाहर आकर मरीजों का हालचाल पूछते हैं। उनका यह हंसमुख व विनम्र स्वभाव हर मरीज के मन में विश्वास जगाता है। आप हर समाज में जाति धर्म से ऊपर उठकर सेवा भाव से मरीज को देखते हैं। समाज सेवा में आप का योगदान उल्लेखनीय रहा है। चाहे मेडिकल, पर्यावरण क्षेत्र, समाजसेवा , सामाजिक जागरूकता हो या किसी ज़रूरतमंद की मदद डॉ. गौरी हर समय आगे रहते हैं। बेहतर व्यक्तित्व के धनी और मधुर भाशी है।मरीजों के साथ उनका व्यवहार इतना सहज और अपनापन भरा होता है कि लोग उन्हें सिर्फ डॉक्टर नहीं, परिवार का सदस्य मानते हैं। डॉ. एफ. एच. गौरी वास्तव में उस सोच का प्रतीक हैं जहां डॉक्टर सिर्फ दवाएं नहीं, दुआएं भी कमाते हैं। इसीलिए कहा गया है। और मरीज के साथ आने वाला यही अल्फाज कहता है ।की ऊपर खुदा और जमीन पर डॉक्टर ही जान बचाने वाला है बाकी तो सब भगवान भरोसे है।