झुंझुनूं से उठी मांग: मासिक धर्म के दौरान मिले तीन दिन का सवैतनिक अवकाश
महिला कार्मिकों ने सौंपा कलक्टर को ज्ञापन: वर्क फ्रॉम होम शुरू हो

झुंझुनूं : जिले में राजकीय सेवा में कार्यरत महिला अधिकारियों व कर्मचारियों ने मासिक धर्म के दौरान तीन दिन सर्वेतनिक अवकाश देने अथवा इस दौरान वर्क प्रोम होम की अनुमति देने की मांग उठाई है। इस संबंध में अनेक महिला अधिकारियों व कर्मचारियों ने जिला कलक्टर अरुण गर्ग को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है। महिलाओं ने ज्ञापन में बताया कि महिलाओं का मासिक धर्म एक प्राकृतिक परिचर्या है। इससे प्रति माह महिलाओं को रूबरू होना पड़ता है। मासिक धर्म की अवधि में महिलाओं को असहनीय दर्द एवं वेदना का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही महिलाओं को राजकीय एवं पारिवारिक दोनों जिम्मेदारियों का एक साथ निर्वाह करना पड़ता है। इस दौरान भावनात्मक संकट भी आते हैं। वर्तमान केंद्र एवं राज्य सरकार की ओर से महिला कल्याण के क्षेत्र में अनेक प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। महिला कल्याण सरकार का मुख्य फोकस बिन्दु भी है।
मुख्यमंत्री से मांगा राखी का उपहार
महिला कार्मिकों ने ज्ञापन में कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस रक्षाबंधन पर हमें यह उपहार अवश्य देंगे। राजस्थान की परम्परा भी यह रही है कि बहनों की मांग को सर्वोपरि रखा जाता है। ज्ञापन देने वाली महिलाओं में एटीओ प्रेरणा कालेर, प्रियंका, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नेहा झाझडिया, महिला बाल विकास विभाग से सुपरवाइजर पूजा कसवां, अनिता, प्रतिभा, निर्मला, सुजाता, प्रियंका, स्वाती डांगी, टीना सहित सहित अनेक कर्मचारी शामिल रही