सीकर में शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका:NSUI जिलाध्यक्ष बोले- गांधी-नेहरू के योगदान को भुलाने की साजिश, सिलेबस में बदलाव हुआ तो करेंगे विरोध
सीकर में शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका:NSUI जिलाध्यक्ष बोले- गांधी-नेहरू के योगदान को भुलाने की साजिश, सिलेबस में बदलाव हुआ तो करेंगे विरोध

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नैना शेखावत
सीकर : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के 11वीं और 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर दिए गए बयान के विरोध में शनिवार को एनएसयूआई ने सीकर में विरोध-प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने डाक बंगला से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश रैली निकाली और कलेक्ट्रेट के बाहर नारेबाजी करते हुए मदन दिलावर का पुतला फूंका। एनएसयूआई ने दिलावर के बयान को ‘गांधी और नेहरू के योगदान को मिटाने की साजिश’ करार दिया।
एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने कहा- नया पाठ्यक्रम ‘आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत’ दो खंडों में तैयार किया गया है। जिसमें 1947 से अब तक देश को बनाने और बेहतर करने वाले महापुरुषों का जिक्र है। जिसमें गांधी और नेहरू के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। लेकिन शिक्षा मंत्री को यह खल रहा है कि इन किताबों में उनकी बड़ी तस्वीरें क्यों हैं।

नागा ने शिक्षा मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी विचारधारा के लोग आजादी के समय अंग्रेजों से पेंशन लेने में व्यस्त थे, जबकि कांग्रेस विचारधारा के नेताओं ने देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री दिलावर को इस बात की चिंता सता रही है कि पाठ्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘महिमामंडन’ क्यों नहीं हुआ। दिलावर को डर है कि अगर पाठ्यक्रम में मोदी की तस्वीरें नहीं आईं तो उनकी सीट खतरे में पड़ सकती है।
प्रदर्शन के दौरान नागा ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों और अग्निपथ योजना जैसे फैसलों ने किसानों और जवानों को ठेस पहुंचाई। इसके बावजूद, देश को बेहतर बनाने वाले महापुरुषों के योगदान को पाठ्यक्रम में शामिल करना जरूरी है। उन्होंने मांग की कि पाठ्यक्रम में किसी भी तरह की राजनीतिक हस्तक्षेप से बचा जाए और इसे तथ्यों पर आधारित रखा जाए।