सोलर प्लांट के लिए खेतों में पोल लगाने का विरोध:दोबड़ा में 20 किसानों ने मुआवजे की मांग की, प्रशासन-पुलिस की मौजूदगी में भी नहीं बनी बात
सोलर प्लांट के लिए खेतों में पोल लगाने का विरोध:दोबड़ा में 20 किसानों ने मुआवजे की मांग की, प्रशासन-पुलिस की मौजूदगी में भी नहीं बनी बात

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले के दोबड़ा गांव में सोलर प्लांट के लिए बिजली के पोल लगाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। पीएम कुसुम योजना के तहत विरेन्द्र कुल्हरी द्वारा 2 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जा रहा है। बिजली विभाग के साथ ललिता देवी के नाम से एग्रीमेंट किया गया है। इस प्लांट से उत्पादित बिजली को 4 किलोमीटर दूर बिजौली ग्रिड सब स्टेशन तक पहुंचाना है। इसके लिए खेतों से होकर बिजली के पोल और लाइन बिछाई जाएगी। जिस पर संजय, दलीप, पंकज कस्वां, सत्यवीर, धर्मपाल, मानसिंह, मीर सिंह और सुबे सिंह समेत किसानों ने अपने खेतों में पोल लगाने के एवज में मुआवजे की मांग की है।
आज जब फर्म के लोग ट्रैक्टर में सीमेंटेड पोल लेकर पहुंचे, तो ग्रामीणों ने विरोध किया। इस पर पिलानी नायब तहसीलदार हरीश कुमार यादव और बिजली विभाग के कनिष्ठ अभियंता धर्मवीर सोलंकी मौके पर पहुंचे। स्थिति को देखते हुए पिलानी, चिड़ावा, सूरजगढ़, सुलताना और महिला थाने के अधिकारी भी पुलिस जाब्ते के साथ वहां आए। हालांकि, प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में भी ग्रामीणों और फर्म के बीच कोई समझौता नहीं हो सका।
कई घंटों की मशक्कत के बाद भी ग्रामीण बिना मुआवजा दिए अपने खेत में पोल नहीं लगाने देने की बात पर अड़े रहे। अंततः बिना किसी निष्कर्ष के सभी अधिकारी वापस लौट गए। इससे पहले नायब तहसीलदार हरीश कुमार यादव ने पुलिस व बिजली विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में बताया कि मुआवजे को लेकर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। शीघ्र ही इस पर दोबारा प्रभावित किसानों व ग्रामीणों से वार्ता की जाएगी। सरपंच राजेश कस्वां ने बताया कि सोलर प्लांट के लिए बिजली के पोल लगाए जाने हैं, लेकिन खेतों में किसानों की फसलें खड़ी है। ऐसे में प्रशासन द्वारा फिलहाल इस काम को एक बार रोक दिया गया है।
ग्रामीण सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि आबादी भूमि में घरों के ऊपर से व खेतों से होकर सौर ऊर्जा संयंत्र की बिजली के लिए लाइन डालने का काम हो रहा था, जिसे ग्रामीणों ने विरोध कर रुकवाया है। मुआवजा किसानों का हक है, जिसके बिना ये लाइन नहीं डालने दी जाएगी। साथ ही इस प्लांट की लाइन आबादी से दूर होनी चाहिए।