वैष्णव संप्रदाय के संतों की तपोस्थली बामलास धाम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया
सच्चे सतगुरु की शरण में रहते हुए माता-पिता की सेवा और परमात्मा की भक्ति करें... महंत लक्ष्मण दास महाराज, जीवन में गुरु तो अनेक मिलते हैं लेकिन सच्चा सतगुरु कोई बिरला ही मिलता है... लक्ष्मण दास महाराज

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : जेपी महरानियां
गुढ़ागौड़जी : क्षेत्र की प्रसिद्ध प्राचीन वैष्णव संप्रदाय के संतों की तपोस्थली बामलास धाम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। गुरुवार सुबह 7:00 बजे महंत लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में समाधि पूजन किया गया। महाआरती के पश्चात ब्रह्मलीन संतों को प्रसाद का भोग लगाया गया। इसके बाद उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया। शेखावाटी क्षेत्र के अनेक भक्तों ने ब्रम्हलीन संत गोवर्धन दास महाराज के चरणों में मत्था टेककर मन्नत मांगी और क्षेत्र में सुख समृद्धि की कामना की। वही लक्ष्मण दास महाराज से आशीर्वाद लिया। महंत लक्ष्मण दास महाराज ने भक्तों को नाम दीक्षा दी। महंत लक्ष्मण दास महाराज ने भक्तों को उपदेश देते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में गुरु तो अनेक मिलते है लेकिन सच्चा सतगुरु कोई बिरला ही मिलता है। प्रत्येक मनुष्य को जीवन में उस सच्चे सतगुरु की शरण में रहते हुए माता पिता की सेवा और परमात्मा की भक्ति सच्चे मन से करनी चाहिए। हम सब उस परमात्मा के सेवक है जो कण कण में व्याप्त है। हमें बुराई का त्याग करते हुए अच्छाई को ग्रहण करना चाहिए।
इस दौरान रामचंद्र स्वामी, बराला ज्वेलर्स के संचालक मंदीप बराला, गीगराज स्वामी चीफ मैनेजर झुंझुनू डिपो, जसवीर सिंह शेखावत पोंख, अरविंद स्वामी नर्सिंग ऑफिसर उदयपुरवाटी, मनोहर स्वामी मैनेजर महिंद्रा शोरूम सीकर, रमेश सेन, नरेंद्र दाधीच, भोलादास, जुगल किशोर शर्मा, महावीर खरबास, मंजीत स्वामी, राजेश स्वामी, अशोक शर्मा बजावा, कालूराम स्वामी, योगेश शर्मा, बाबूलाल शर्मा, जितेंद्र बराला, सत्यवान चाहर, कालूराम स्वामी, लाल सिंह शेखावत सहित काफी संख्या श्रद्धालु मौजूद रहे।