100फीट गहरे सूखे कुएं में मिला ढाई साल का मासूम:रात को दादा के पास सोया था,घर से 400 मीटर दूर है कुआं
100फीट गहरे सूखे कुएं में मिला ढाई साल का मासूम:रात को दादा के पास सोया था,घर से 400 मीटर दूर है कुआं

दांतारामगढ़ : सीकर में बीती रात एक ढाई साल का मासूम बच्चा अपने दादा के साथ सोया था। शुक्रवार सुबह जब घरवालों को बच्चा नहीं मिला तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। कुछ देर बाद बच्चा घर से करीब 400 मीटर दूर एक सूखे कुएं में पड़ा मिला। रोने की आवाज सुनकर परिजनों को बच्चे के कुएं में होने का पता चला। तुरंत कार्रवाई करते हुए बच्चे को कुएं से बाहर निकाला गया।
बच्चे के पिता का आरोप है कि पिछले डेढ़ साल से परिवार के कुछ लोग उन्हें पैर तोड़ने और जान से मारने की धमकियां दे रहे थे। उनका कहना है कि इन्हीं लोगों ने बच्चे को कुएं में फेंका है। मामले की शिकायत दर्ज कराने के लिए वह पुलिस थाने पहुंचे हैं। पूरा मामला दांतारामगढ़ थाना इलाके के पचार गांव की डोला की ढाणी का है।
अब देखिए, घटना से जुड़ी 3 PHOTOS…



रात को दादा के साथ सोया था मासूम
थानाधिकारी जयसिंह बसेरा ने बताया कि ढाई वर्षीय हिमांशु कुमावत पुत्र मोहनलाल रात को अपने दादा मदन के साथ बिस्तर पर सो रहा था। सुबह जब दादा और परिवार के लोग उठे तो बच्चा नहीं मिला। परिजनों ने ढाणी और आसपास के इलाकों में तलाश शुरू की।
कुएं से आई रोने की आवाज
बच्चे की तलाश के दौरान परिजनों को घर से करीब 400 मीटर दूर एक सूखे कुएं से मासूम की रोने की आवाज सुनाई दी। जब कुएं के पास जाकर देखा तो लगभग 100 फीट गहरे कुएं के पेंदे में बच्चा रो रहा था। तुरंत कार्रवाई करते हुए मासूम को बाहर निकाला गया।

जान से मारने की धमकियां दे रहे थे परिवार के लोग
हिमांशु के पिता मोहनलाल ने बताया कि रात 11:00 से 11:30 बजे के बीच बच्चा दादा के पास सोया था और सुबह 5:00 से 5:30 बजे के बीच गायब हो गया। मोहनलाल का आरोप है कि पिछले डेढ़ साल से परिवार के कुछ लोग उन्हें पैर तोड़ने और जान से मारने की धमकियां दे रहे थे। उन्हें आशंका है कि इन्हीं लोगों ने बच्चे को कुएं में फेंका है।
कुएं तक कैसे पहुंचा बच्चा, जांच जारी
थानाधिकारी बसेरा ने बताया कि अभी तक परिजनों की ओर से कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी, लेकिन अब मोहनलाल शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्चा घर से 400 मीटर दूर कुएं तक कैसे पहुंचा।