सिंगापुर में नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी:तीन युवकों से 15 लाख ठगे, स्टडी वीजा पर भेजकर बंधक बनाया
सिंगापुर में नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी:तीन युवकों से 15 लाख ठगे, स्टडी वीजा पर भेजकर बंधक बनाया

चूरू : वर्क वीजा के नाम पर तीन युवकों को सिंगापुर भेजकर स्टडी वीजा थमाने, बंधक बनाकर दास बनाने और मानव तस्करी के गंभीर आरोपों में पुलिस ने मामला दर्ज किया है। आरोपियों पर कुल 15 लाख रुपये की ठगी का भी आरोप है। थाना अधिकारी राजेश कुमार सिहाग ने बताया कि वार्ड 39 सादुलपुर निवासी लियाकत अली लुहार (50), मोहम्मद रफीक और मुस्तकीन खान ने संयुक्त रूप से रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि लियाकत का पुत्र सिकंदर, रफीक का पुत्र मोहम्मद अजहरूद्दीन और मुस्तकीन का भाई अजहरुद्दीन बेरोजगार थे और परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर थी।
शिकायत के अनुसार, एक दिन लियाकत अली की दुकान (जो बस स्टैंड पर स्थित है) पर देवेंद्र बेनीवाल और एक अन्य व्यक्ति पहुंचे। उन्होंने खुद को विदेश में रोजगार दिलाने वाला एजेंट बताया और युवकों को सिंगापुर में अच्छे पैकेज पर नौकरी दिलवाने की बात कही। विश्वास में लेकर तीनों युवकों को वर्क वीजा पर भेजने का झांसा दिया गया और हर परिवार से 5-5 लाख रुपये, कुल 15 लाख रुपये देवेंद्र बेनीवाल और उसके पिता कर्मवीर बेनीवाल (निवासी डोबी, तहसील भादरा, जिला हनुमानगढ़) को दिए गए।
शिकायत में आरोप है कि आरोपियों ने षड्यंत्रपूर्वक वर्क वीजा की जगह स्टडी वीजा बनवाया और 8 जुलाई 2024 को तीनों युवकों को सिंगापुर भेज दिया। वहां उन्हें न तो कोई रोजगार मिला और न ही भोजन, बल्कि उन्हें बंधक बनाकर अमानवीय परिस्थितियों में रखा गया। परिजनों का कहना है कि बार-बार संपर्क करने के बावजूद न तो कोई समाधान निकाला गया, न ही रुपये लौटाए गए। आरोपियों पर बच्चों को दास बनाकर रखने और यातनाएं देने का भी आरोप है। पीड़ितों का यह भी कहना है कि देवेंद्र बेनीवाल एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हिस्सा है, जो भारत से लोगों को धोखाधड़ी कर स्टडी वीजा पर विदेश भेजकर मानव तस्करी करता है।