बैंसला बोले-रील स्टार युवाओं को भड़काकर पटरी पर ले गए:जिनके लिए समाज संघर्ष कर रहा, उन पर केस लगवा दिया; सरकार नरमी बरते
बैंसला बोले-रील स्टार युवाओं को भड़काकर पटरी पर ले गए:जिनके लिए समाज संघर्ष कर रहा, उन पर केस लगवा दिया; सरकार नरमी बरते

भरतपुर : गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने कहा- महापंचायत के बाद कुछ रील स्टार युवाओं को भड़का कर पटरी पर ले गए। रेल को रुकवा दिया। जिन युवाओं की नौकरियों के लिए समाज संघर्ष कर रहा है, उन्हीं के ऊपर केस लगवा दिया। मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि REET और अन्य कॉम्पिटिशन एग्जाम दे रहे युवाओं के साथ मामले में शिथिलता (नरमी) बरतें।
दरअसल, 8 जून को गुर्जर समाज की महापंचायत खत्म होने के बाद भीड़ पटरियों पर पहुंच गई थी। मथुरा-सवाई माधोपुर पैसेंजर को रोक दिया था। दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक को दो घंटे तक जाम किया। प्रदर्शनकारियों ने पटरी उखाड़ने की भी कोशिश की थी।
9 जून को भरतपुर के बयाना सदर थाने में SHO कृष्णवीर सिंह की ओर से FIR दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट में ट्रेन रोकने और रेलवे ट्रैक व रेल को नुकसान पहुंचाने की बात कही गई। रेलवे एक्ट और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

कुछ रील स्टार युवाओं को भड़काकर पटरियों पर ले गए
विजय बैंसला ने मीडिया को बताया कि 8 जून को महापंचायत समाज के मुद्दों और युवाओं की लंबित भर्तियों के लिए की गई थी। सरकार की ओर से भेजे गए सकारात्मक मसौदे को सभी के सामने रखकर सहमति के बाद महापंचायत समाप्ति की घोषणा की गई। सभी लोग वापस जाने लगे और मैं भी हिंडौन के लिए निकल गया। उसके बाद कुछ रील स्टार, सोशल मीडिया जीवी अनभिज्ञ युवाओं को भड़काकर पटरी पर ले गए। इसके कारण कुछ युवाओं पर FIR दर्ज हुई है।

बेमतलब भड़काकर केस करवा दिए
बैंसला ने कहा- मैं सरकार से मांग करता हूं कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए FIR में REET अभ्यर्थियों और अन्य युवाओं के साथ शिथिलता बरतनी चाहिए। मुकदमे को वापस लेना चाहिए।
मुझे दुख इस बात का है कि जिन युवाओं की नौकरियों के लिए समाज संघर्ष कर रहा है। उन्हीं युवाओं को कुछ लोगों ने बेमतलब भड़काकर केस लगवा दिए गए हैं।
एक तरफ हम पुराने मुकदमों के निपटारे के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब इन नए मुकदमों से युवाओं का भविष्य खराब होता लग रहा है। मैं युवाओं से आग्रह करता हूं कि आप इन सोशल मीडिया रील स्टारों को अपना आदर्श न बनाएं।

REET अभ्यर्थी बोले- हम ट्रैक पर गए ही नहीं
इधर, गुर्जर समाज के REET अभ्यर्थी भी सामने आए हैं। REET अभ्यर्थी नरवान सिंह मेहरावर ने कहा- सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि ट्रेन रोकने में REET अभ्यर्थियों और नर्सिंग अभ्यर्थियों का हाथ है। मैं यह बता देना चाहता हूं कि जिस वक्त सरकार से आया ड्राफ्ट पढ़ा जा रहा था, उस वक्त हम सभी ने हंगामा किया और मंच पर पहुंच गए थे।
हम इस उम्मीद से आए थे कि आज ही फैसला होगा और हमें नौकरियां मिल जाएंगी। लेकिन, ड्राफ्ट में हमारे लिए कुछ नया नहीं था। इस दौरान कुछ फेसबुकिए नेता युवाओं को भड़काकर ट्रैक की तरफ ले गए। अपनी मांगें रख रहे अभ्यर्थियों में से एक भी कैंडिडेट्स वहां नहीं गया।