झुंझुनूं में महिला जवान का हाई वोल्टेज ड्रामा, मेडिकल स्टोर पर इलेक्ट्रॉल पाउडर के बिल को लेकर हुआ विवाद
झुंझुनूं में महिला जवान का हाई वोल्टेज ड्रामा, मेडिकल स्टोर पर इलेक्ट्रॉल पाउडर के बिल को लेकर हुआ विवाद

चिड़ावा : झुंझुनूं जिला सेना में अपने जवानों के पराक्रम के लिए अलग पहचान रखता है। यहां के गांवों में रहने वाले युवाओं में देश सेवा का जज्बा इस कदर है कि वे कैरियर के लिए पहला विकल्प सैन्य बलों में भर्ती का ही रखते हैं। यहां के आम नागरिक भी सैनिकों के प्रति सम्मान की भावना रखते हैं।
लेकिन रविवार रात चिड़ावा के नया बस स्टैंड पर हुए एक घटनाक्रम से हर कोई भौचक्का रह गया। यहां खुद को आर्म्ड फोर्स की जवान बता रही एक युवती ने एक घंटे तक जम कर बवाल काटा। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को मौके पर आना पड़ा। हालांकि बिफरी हुई इस युवती ने पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनके साथ भी जम कर बदतमीजी की। पुलिसकर्मियों ने पूरे घटनाक्रम के दौरान जिस तरह की सहनशीलता का परिचय दिया, उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है।
मेडिकल स्टोर पर हुआ विवाद
मामला एक मेडिकल स्टोर पर इलेक्ट्रॉल पाउडर के भुगतान को लेकर शुरू हुआ था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नया बस स्टैंड पर हरिराम मेडिकल स्टोर से युवती ने इलेक्ट्रॉल पाउडर के 2 पाउच खरीदे थे। जिनमें से 1 पाउच उसने पानी में मिला कर पी लिया था, जबकि दूसरा उसके पास था। युवती ने मेडिकल स्टोर पर मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज होने की बात कह कर इसका भुगतान नहीं किया था। मेडिकल स्टोर के संचालक अंकित सैनी ने जब भुगतान करने की बात की, तो युवती आपे से बाहर हो गई। गुस्साई युवती ने मेडिकल स्टोर संचालक को अपशब्द कहे और फिर सड़क पर ही हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस और पार्षद भी मौके पर पहुंचे
मामला इस कदर बिगड़ा कि मौके पर पुलिस को आना पड़ा। चौकी प्रभारी बलबीर चावला, हेड कांस्टेबल मंजू, हेड कांस्टेबल प्रवीण नेहरा ने युवती को समझाने की कोशिश की। युवती के तेवर इस कदर आक्रामक थे कि वहां मौजूद लोग सन्न रह गए। पुलिसकर्मियों के साथ ही पार्षद मुकेश पूनिया ने युवती को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन वह उन पर ही भड़क गई। उधर मेडिकल स्टोर संचालक का कहना था कि मैंने सिर्फ जो सामान दिया, उसके पैसे ही मांगे थे।
महिला जवान की पहचान और स्थिति
सूत्रों के अनुसार युवती का नाम ममता कुमारी है और वो मंड्रेला थाना क्षेत्र के समरपुरा गांव की रहने वाली है। युवती त्रिपुरा स्टेट राइफल की 14वीं बटालियन में कार्यरत है, जो 12 अप्रैल को छुट्टी पर आई थी और आज वापस अपनी ड्यूटी पर जा रही थी। युवती आरोप लगा रही थी कि दुकान मालिक ने उसके साथ बदतमीजी की है। बावजूद इसके उसने ना ही तो दुकान मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई और ना ही यह बतापाई के उसके साथ किस तरह की बदतमीजी हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों की प्रतिक्रिया
नया बस स्टैंड पर इस युवती के हाई वोल्टेज ड्रामा के प्रत्यक्षदर्शी रहे लोगों ने बताया कि फौजियों को बेहद अनुशासित माना जाता है और वे सोच भी नहीं सकते कि आर्म्ड फोर्स का कोई जवान इस तरह की हरकत भी कर सकता है। बहरहाल सड़क पर 1 घंटे के इस घटनाक्रम के बाद युवती अचानक वहां से चली गई। जिसके बाद पुलिसकर्मियों सहित सभी ने राहत की सांस ली।