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नोबल प्रतिभा सम्मान यात्रा के तहत बेटियों को मिला गौरव, साइकिल देकर किया सम्मानित


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नोबल प्रतिभा सम्मान यात्रा के तहत बेटियों को मिला गौरव, साइकिल देकर किया सम्मानित

गांव-गांव पहुँच रही है बेटियों की शिक्षा और सम्मान की अलख

छोटी पचेरी : नोबल शैक्षणिक समूह देवलावास द्वारा चलाई जा रही “नोबल प्रतिभा सम्मान यात्रा – 2025” ने 7 जून को झुंझुनू जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों – रायपुर अहीरान, रसुलपुर, थली और छोटी पचेरी – में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस दौरान बोर्ड परीक्षाओं में उच्च अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को प्रोत्साहन स्वरूप साइकिलें भेंट की गईं, जिससे ग्रामीण समाज में बेटियों की शिक्षा को लेकर उत्साह और सकारात्मक सोच का माहौल बना।

प्रमुख छात्राएं एवं और उनकी उपलब्धि :

दीक्षा, 12वीं (साइंस) – 94.20%, रायपुर अहीरान, प्रतिज्ञा, 10वीं – 93.17% रायपुर अहीरान, आंशिका यादव, 12वीं (साइंस) – 93.80% छोटी पचेरी, मुस्कान यादव, 10वीं – 95.17% रसुलपुर, मुस्कान जांगिड़, कक्षा 92.00% थली

नोबल ग्रुप द्वारा यह यात्रा ग्रामीण अंचलों की उन मेधावी छात्राओं को मंच प्रदान करने के लिए की जा रही है, जिन्होंने सीमित संसाधनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर मिसाल कायम की है। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई, जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति रही।

सम्मान समारोह में नोबल एजुकेशन ग्रुप के निदेशक डॉ. संदीप नेहरा ने कहा, “बेटियाँ जब आगे बढ़ती हैं, तो न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरा गाँव गौरव महसूस करता है। इन साइकिलों के माध्यम से हम उन्हें केवल यात्रा का साधन नहीं, आत्मनिर्भरता का रास्ता दे रहे हैं।”

डिप्टी डायरेक्टर अशोक शर्मा ने कहा, “यह सम्मान बेटियों के संघर्ष और दृढ़ निश्चय को समर्पित है।”
नोबल चिल्ड्रन एकेडमी बुहाना के प्रधानाचार्य नवीन चौधरी ने मंच से कहा, “नोबल परिवार का सपना है कि हर बेटी शिक्षित हो, आत्मनिर्भर बने और समाज में परिवर्तन की वाहक बने।”

हर गांव में छात्राओं के सम्मान समारोह को लेकर विशेष आयोजन हुए। सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, स्वागत गीत, और जलपान की व्यवस्था ने कार्यक्रम को उत्सव का रूप दे दिया। गांववालों ने भी इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि नोबल की यह यात्रा “बेटियों को पढ़ाओ, आगे बढ़ाओ” अभियान की असली मिसाल बन चुकी है।

कार्यक्रम में चेयरपर्सन संतोष नेहरा, एकेडमिक हेड सुमन नेहरा, कृष्ण कुमार यादव, नवीन मान, राजपाल अहलावत, रविन्द्र यादव, राजेश जांगिड, विक्रम यादव, धर्मेन्द्र यादव, रवि स्वामी सहित अनेक शिक्षाविद् एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे। नोबल प्रतिभा सम्मान यात्रा एक शैक्षिक अभियान मात्र नहीं, बल्कि समाज को यह संदेश देने वाला आंदोलन है कि जहाँ बेटियों को अवसर मिलता है, वहाँ सफलता स्वयं चलकर आती है।

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