[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

नाबालिग बेटी से 4 महीने तक गैंगरेप करते रहे पड़ोसी:गर्भवती हुई अबॉर्शन कराने हॉस्पिटल ले गए; सवाल किया तो फूट-फूटकर रोए पिता


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़भरतपुरराजस्थानराज्य

नाबालिग बेटी से 4 महीने तक गैंगरेप करते रहे पड़ोसी:गर्भवती हुई अबॉर्शन कराने हॉस्पिटल ले गए; सवाल किया तो फूट-फूटकर रोए पिता

नाबालिग बेटी से 4 महीने तक गैंगरेप करते रहे पड़ोसी:गर्भवती हुई अबॉर्शन कराने हॉस्पिटल ले गए; सवाल किया तो फूट-फूटकर रोए पिता

मैं क्या बताऊं साहब..मैं मेहनत-मजदूरी करता हूं। चार-चार लोगों ने मेरी 15 साल की बेटी के साथ गैंगरेप किया…उसे धमका कर रखा कि किसी को बताया तो तुझे और तेरे मां-बाप को जान से मार देंगे..वो प्रेग्नेंट हुई तब इस वारदात का पता चला..।

इतना कहने के बाद रेप पीड़िता लड़की का पिता दीवार पकड़ फूट-फूटकर रोने लगा।

नाबालिग गैंगरेप पीड़िता के पिता जानकारी देने के दौरान फूट-फूटकर रो पड़े।
नाबालिग गैंगरेप पीड़िता के पिता जानकारी देने के दौरान फूट-फूटकर रो पड़े।

मामला भरतपुर जिले के मथुरागेट थाना इलाके के एक गांव का है। रविवार सुबह को लड़की का मेडिकल कराने मथुरागेट थाना पुलिस माता-पिता और लड़की को लेकर RBM हॉस्पिटल पहुंची थी। इससे पहले शनिवार 31 मई की शाम पिता ने मथुरागेट थाने में बेटी से गैंगरेप का मामला दर्ज कराया। मथुरागेट थाना इंचार्ज मदनलाल मीणा से जानकारी मिली कि पिता की ओर से FIR दर्ज कराई जा चुकी है। जांच सीओ पंकज यादव को सौंपी गई है। मामले में त्वरित कार्रवाई की जा रही है।

4 महीने तक लगातार गैंगरेप करते रहे आरोपी

पिता ने बताया- बेटी को 28 मई बुधवार को पेट में दर्द हुई। उसने अपनी मां से कहा। मां उसे सरकारी हॉस्पिटल ले गई जहां डॉक्टर ने बताया कि लड़की 5 महीने की गर्भवती है। मैं मजदूरी करने गया हुआ था। मां बेटी को हॉस्पिटल से लेकर घर आ गई। बेटी से पूछताछ की तो पड़ोसी युवक और उसके साथियों की दरिंदगी की पता चला। उन्होंने जान से मारने की धमकी दी थी। इसलिए डर के कारण मां-बेटी ने यह बात किसी को नहीं बताई।

दो दिन बाद 30 मई शुक्रवार को आरोपी पड़ोसी युवक को पता चला कि लड़की प्रेग्नेंट है। मेरे पीछे से उसने और उसके परिजन मेरी बेटी को बहला-फुसलाकर रूपवास थाना इलाके के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए। वे बेटी का अबॉर्शन कराने की तैयारी में थे।

जब इसकी जानकारी मिली तो मैं और मेरी पत्नी भी हॉस्पिटल पहुंच गए और बेटी को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। अगर हम समय पर नहीं पहुंचते तो वे बेटी का गर्भपात करा देते या फिर उसे जान से मार डालते। इस घटना के दूसरे दिन 31 मई शनिवार को मैं बेटी को लेकर मथुरागेट थाने पहुंचा और गैंगरेप की एफआईआर दर्ज कराई। पिता ने बताया- मजदूरी के सिलसिले में मैं घर से बाहर रहता हूं। मेरी पत्नी भी दूसरों के घरों में चूल्हा-चौका करने जाती थी। बेटी स्कूल नहीं जाती थी। वह अक्सर घर ही रहती थी।

पीड़िता बोली- माता-पिता की गैरमौजूदगी में घर आया था आरोपी

पीड़ित लड़की ने बताया- पड़ोस में एक युवक रहता था। पिछले साल दिसंबर में एक बार माता-पिता घर में नहीं थे। वह रात के वक्त घर में घुस आया। उसने डरा-धमकाकर रेप किया। फिर उसके दो साथी भी घर में घुस आए। उन लोगों ने गैंगरेप किया। इसके बाद लड़का और उसके 3 साथी 4 महीने तक मौका पाकर गैंगरेप करते रहे और डराते-धमकाते रहे। डर के कारण मैंने माता पिता को नहीं बताया।

Related Articles