पत्रकार डीडी सैनी पंचतत्व में विलीन मीडिया में शोक की लहर
पत्रकार डीडी सैनी पंचतत्व में विलीन मीडिया में शोक की लहर

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर शुक्रवार की सुबह झुंझुनूं जिले के पत्रकारों के लिए दुखद खबर के साथ शुरुआत हुई। जिला मुख्यालय के वरिष्ठ पत्रकार दीन दयाल सैनी के असामयिक निधन के समाचार ने साथी पत्रकारों को झकझोर दिया। सैनी के निधन की बात सुनकर हर कोई हैरान था वहीं झुंझुनूं जिले की मीडिया में शोक की लहर दौड़ गई। लगभग 45 वर्षीय दीन दयाल सैनी को साथी पत्रकार डीडी के नाम से पुकारते थे तथा जिले भर की मीडिया से गहरे संबंध रहे।
शुक्रवार को अल सुबह पानी पीने के बाद पुनः सोने के बाद दैनिक दिनचर्या में समय पर नहीं उठने पर घरवालों ने संभाला तो सैनी अचेत मिले। परिजन अचेत अवस्था में राजकीय भगवान दास खेतान अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
अपराह्न साढ़े 11 बजे शोकाकुल परिजन, रिश्तेदारों,शहर के अनेक संगठनों के पदाधिकारियों तथा मीडिया कर्मियों ने शव यात्रा में शामिल होकर सैनी को अंतिम विदाई दी। सैनी दो पुत्र व पत्नी सहित भरापूरा परिवार छोड़कर गौलोक गमन कर गए।
शौक से बने जुनूनी पत्रकार
डीडी सैनी युवास्था में फोटोग्राफी का काम करते थे। एक दफा किसी कैमरामैन पत्रकार की अनुपलब्धता के चलते कवरेज करने का मौका मिला, उसके बाद अंतिम सांस तक पीछे मुड़कर नहीं देखा। जुनूनी पत्रकार के रूप में स्थापित सैनी ने पत्रकारों, राजनेताओं के साथ साथ जिला प्रशासन में भी अपनी अनूठी पहचान कायम रखी।
सबके साथ, ना किसी को नहीं
वृद्ध से लेकर नवोदित पत्रकारों के बीच मिलनसारिता के साथ तालमेल बैठाने वाले सैनी सबके साथ घुलमिल जाते थे। वरिष्ठ पत्रकारों के अनुसार जब कभी मुश्किल काम पड़ता तो उसे अंजाम तक पहुंचाने का जिम्मा डीडी को ही दिया जाता था। उन्होंने अपने पत्रकार साथियों को कभी ना नहीं कहा। झुंझुनूं के अंतिम छोर पर बसे खेतड़ी की ज्येष्ठ मास में कवरेज हो या फिर भारी बरसात में वीडियोग्राफी तनिक भी सोचे बगैर अपने काम को तत्परता से करने को आतुर रहते थे।
प्रतिष्ठित में किया काम
सैनी ने दैनिक आसपास, ईटीवी राजस्थान, सहारा इंडिया, ज़ी टीवी राजस्थान, झुंझुनूं हलचल समेत कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों तथा चैनलों में 18 वर्ष तक कैमरामैन के रूप ख्याति अर्जित की।