AAI 60 केंद्रों पर खोलेगा ‘सिंगल टीचर स्कूल’:किशनगढ़ एयरपोर्ट बना तीन जिलों के गरीब बच्चों की पढ़ाई का सहारा
AAI 60 केंद्रों पर खोलेगा ‘सिंगल टीचर स्कूल’:किशनगढ़ एयरपोर्ट बना तीन जिलों के गरीब बच्चों की पढ़ाई का सहारा

किशनगढ़ : कोरोना महामारी के तीन खतरनाक दौरों के बाद अब एक बार फिर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के तहत समाज सेवा के अपने अभियान को नई ऊर्जा देने जा रहा है। इस बार AAI ने राजस्थान के जयपुर, उदयपुर और सीकर जिलों के गरीब और निराश्रित बच्चों की शिक्षा में सहारा बनने का बीड़ा उठाया है। इन तीनों जिलों के 60 केंद्रों पर ‘सिंगल टीचर स्कूल’ की स्थापना की जाएगी, जिसकी मेंटरशिप की जिम्मेदारी किशनगढ़ एयरपोर्ट को सौंपी गई है।
भगवान महावीर ट्रस्ट बना सहयोगी, एक साल के लिए चलेगा प्रोजेक्ट
AAI ने इस महत्वाकांक्षी योजना को ज़मीन पर उतारने के लिए भगवान महावीर चाइल्ड वेलफेयर ट्रस्ट के साथ एमओयू किया है। यह ट्रस्ट बच्चों के चयन से लेकर स्कूल संचालन तक में सहयोग करेगा। जयपुर में 36 और उदयपुर व सीकर में 12-12 केंद्रों पर स्कूल खोले जाएंगे। प्रोजेक्ट एक साल के लिए चलेगा, जिसमें शिक्षकों की नियुक्ति, वेतन और बच्चों की पढ़ाई से जुड़े सभी खर्च AAI वहन करेगा।

किशनगढ़ एयरपोर्ट को मिली जिम्मेदारी, पूर्व की सफलताओं का मिला इनाम
AAI चेयरमैन विपिन कुमार ने किशनगढ़ एयरपोर्ट को यह मेंटरशिप इसलिए सौंपी है क्योंकि 2018 से 2022 तक के बीच किशनगढ़ एयरपोर्ट ने सरकारी स्कूलों में लगभग ₹16 करोड़ की CSR गतिविधियां संचालित की थीं। इस दौरान स्कूलों में सोलर सिस्टम, बालिकाओं के लिए टॉयलेट, फर्नीचर, कंप्यूटर लैब्स, वॉटर कूलर, शेड, टंकी, पंखे, दरी-पट्टी जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थीं। इन सराहनीय कार्यों के लिए किशनगढ़ एयरपोर्ट को राज्य सरकार द्वारा भामाशाह पुरस्कार भी मिल चुका है और AAI बोर्ड ने राष्ट्रीय स्तर पर भी इसे सराहा है।
कोरोना के बाद फिर सक्रिय हुई CSR पहल
कोरोनाकाल के दौरान AAI की CSR गतिविधियों पर रोक लग गई थी, लेकिन अब महामारी के गंभीर चरण गुजर जाने के बाद एक बार फिर यह पहल तेज़ी से आगे बढ़ाई जा रही है। किशनगढ़ एयरपोर्ट डायरेक्टर बीएल मीणा ने बताया कि किशनगढ़ और अजमेर संभाग की स्कूलों में पूर्व में किए गए कार्यों की सफलता को देखते हुए ही यह नई जिम्मेदारी मिली है।
जल्द शुरू होगा बच्चों का चयन और टीचर्स का प्रशिक्षण
बीएल मीणा ने बताया कि बहुत जल्द भगवान महावीर चाइल्ड वेलफेयर ट्रस्ट के पदाधिकारियों का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा, ताकि योजना को ज़मीन पर सटीक रूप में उतारा जा सके। इसके बाद वास्तविक जरूरतमंद बच्चों का चयन कर उन्हें शिक्षण सुविधा से जोड़ा जाएगा।