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गिरजन नदी को बचाने के लिए एकजुट हुए ग्रामीण:बोले-खनन से तबाह हो रही नदी, गांव-गांव जन संवाद यात्रा निकालने का लिया निर्णय


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गिरजन नदी को बचाने के लिए एकजुट हुए ग्रामीण:बोले-खनन से तबाह हो रही नदी, गांव-गांव जन संवाद यात्रा निकालने का लिया निर्णय

गिरजन नदी को बचाने के लिए एकजुट हुए ग्रामीण:बोले-खनन से तबाह हो रही नदी, गांव-गांव जन संवाद यात्रा निकालने का लिया निर्णय

नीमकाथाना : नीमकाथाना के किशनपुरा में आयोजित जन संवाद में क्षेत्र के ग्रामीणों और युवाओं ने गिरजन नदी को बचाने के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खनन कारोबारी गलत तथ्यों के आधार पर नदी के बहाव क्षेत्र में खनन पट्टे प्राप्त कर रहे हैं। इससे न केवल गिरजन नदी बल्कि कांसावती, सोता और काटली नदी जैसे जल स्रोत भी प्रभावित हो रहे हैं।

खनन गतिविधियों से क्षेत्र में जल संकट गहरा रहा है। इससे खेती और पशुपालन पर निर्भर स्थानीय लोगों की आजीविका प्रभावित हो रही है। प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ रही हैं। बैठक में प्रकृति बचाओ संघर्ष समिति के कैलाश मीना, पूर्व सरपंच प्रभुदयाल वर्मा, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष लोकेश मीना समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। सभी ने गिरजन नदी बचाओ अभियान को गांव-गांव तक ले जाने का निर्णय लिया।

इस जन संवाद में भोजमेड, लुहारवास, किशनपुरा, बंध की ढाणी, प्रेमपुरा, भगवानपुरा, दीपावास और बुजीवाला सहित विभिन्न गांवों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने नदी और पर्यावरण संरक्षण के लिए संयुक्त प्रयास करने का संकल्प लिया।

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