शिक्षा विभाग की तबादला सूची पर उठे सवाल:रिटायर्ड अधिकारी की नियुक्ति; 18 महीने में पहली बार सूची जारी
शिक्षा विभाग की तबादला सूची पर उठे सवाल:रिटायर्ड अधिकारी की नियुक्ति; 18 महीने में पहली बार सूची जारी

झुंझुनूं : राजस्थान की नई सरकार के गठन के 18 महीने बाद शिक्षा विभाग ने पहली तबादला सूची जारी की। लेकिन यह सूची आते ही विवादों में घिर गई है। इस सूची में रिटायर्ड हो चुके अधिकारियों को नई पोस्टिंग दिए जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम नागौर डाइट के पूर्व प्रिंसिपल राजेंद्र कुमार का है। राजेंद्र कुमार पिछले साल अगस्त 2024 में रिटायर हो चुके हैं। राजेंद्र कुमार को झुंझुनूं में जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) के पद पर नियुक्त किया गया है। गौरतलब है कि राजेंद्र कुमार खेतड़ी के पास स्थित तातीजा गांव के निवासी हैं और 2021 से बाड़मेर, श्रीगंगानगर और नागौर में सेवाएं दे चुके हैं।
तबादले की लंबे समय से कोशिश के बावजूद जब उनका तबादला नहीं हुआ तो उन्होंने तय तिथि से तीन महीने पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। ऐसे में रिटायरमेंट के बाद दी गई नियुक्ति ने विभाग की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इसी सूची में अन्य अधिकारियों के तबादले भी किए गए हैं। डीईओ माध्यमिक सुभाष चंद्र ढाका को सीबीईओ कार्यालय सूरतगढ़, गंगानगर भेजा गया है। मंडावा के सीबीईओ जयदीप को एडीपीसी और अशोक शर्मा को नवलगढ़ से मंडावा का नया सीबीईओ बनाया गया है। साथ ही आत्माराम को उदयपुरवाटी से नवलगढ़ का सीबीईओ नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा, सीडीईओ अनसूइया को निदेशालय प्रारंभिक शिक्षा विभाग बीकानेर में नियुक्त किया गया है। यह आदेश संयुक्त शासन सचिव आईएएस मनीष गोयल द्वारा जारी किए गए हैं।
झुंझुनूं शिक्षा विभाग में बड़े फेरबदल: तीन अहम पद खाली
जिले के शिक्षा विभाग में हुए प्रशासनिक फेरबदल से जिले में तीन महत्वपूर्ण पद खाली हो गए हैं। तबादला सूची में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (CDEO) अनुसुइया और जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सुभाष ढाका का तबादला कर दिया गया है।
वहीं प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी मनोज ढाका पहले ही APO हो चुके हैं, जिससे यह पद भी रिक्त हो गया है। खासकर प्रारंभिक DEO के पद पर रिटायर्ड कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है।