श्री नवलगढ़ विद्यालय ने रचा सफलता का इतिहास, तीनों संकायों में दर्ज की शानदार उपलब्धि
“परिणाम ही पहचान है” – श्री नवलगढ़ विद्यालय ने फिर किया सिद्ध

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा आयोजित 2024-25 की वार्षिक परीक्षा में श्री नवलगढ़ विद्यालय ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर सफलता का परचम लहराया है। विद्यालय के वाणिज्य, कला एवं विज्ञान तीनों संकायों का परीक्षा परिणाम न केवल संख्यात्मक रूप से बल्कि गुणवत्ता की दृष्टि से भी अत्यंत सराहनीय रहा।
वाणिज्य संकाय में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
विद्यालय के वाणिज्य संकाय से कुल 25 छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हुए, जिनमें से 22 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी एवं शेष 3 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी में सफलता प्राप्त की। यह संकाय का सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन रहा।
कला संकाय का सशक्त प्रदर्शन
कला संकाय से 12 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें से 8 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी तथा 4 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी प्राप्त की। विद्यार्थियों ने रचनात्मकता एवं अनुशासन का परिचय देते हुए उत्कृष्ट परिणाम प्रस्तुत किए।
विज्ञान संकाय में उत्कृष्ट सफलता
विज्ञान संकाय से कुल 22 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें से 20 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी तथा 2 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी प्राप्त की। यह प्रदर्शन इस बात का प्रतीक है कि विद्यालय में विज्ञान शिक्षण में नवाचार व प्रयोगात्मकता को विशेष महत्व दिया जा रहा है।
विद्यालय की पहचान – उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली
श्री नवलगढ़ विद्यालय ने तीनों संकायों में अपनी गुणवत्ता को सिद्ध करते हुए यह दर्शा दिया है कि विद्यालय की शिक्षण पद्धति, अनुशासन एवं मार्गदर्शन का स्तर अत्यंत उच्च है। यह सफलता न केवल विद्यार्थियों की मेहनत, अपितु शिक्षकों के समर्पण एवं अभिभावकों के सहयोग का भी परिणाम है।
विद्यालय कमेटी कोलकाता द्वारा बधाई संदेश
इस अवसर पर श्री नवलगढ़ विद्यालय कमेटी, कोलकाता द्वारा विद्यालय के प्रधानाचार्य नवीन कुमार शर्मा, उप प्रधानाचार्य, समस्त शिक्षकों, अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई प्रेषित की गई हैं।
प्रधानाचार्य का संदेश
प्रधानाचार्य नवीन कुमार शर्मा ने इस सफलता का श्रेय विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत, शिक्षकों की निष्ठा और अभिभावकों के सहयोग को दिया। उन्होंने कहा, “श्री नवलगढ़ विद्यालय का उद्देश्य केवल अंक नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और समग्र विकास है। यह सफलता इसी संकल्प की परिणति है।”