रानी सती पर हवाई हमले की मॉक ड्रिल:प्रशासन के साथ मिनटों में पहुंची आपदा प्रबंधन और मेडिकल टीमें, दर्जनों घायलों को पहुंचाया हॉस्पिटल
रानी सती पर हवाई हमले की मॉक ड्रिल:प्रशासन के साथ मिनटों में पहुंची आपदा प्रबंधन और मेडिकल टीमें, दर्जनों घायलों को पहुंचाया हॉस्पिटल

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : झुंझुनूं में आपदा प्रबंधन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बुधवार को विशेष मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान रानी सती मंदिर पर एक काल्पनिक हवाई हमला किया गया।, हमले में दर्जनों लोगों के घायल होने और आग लग गई। जिसको लेकर जिला प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन की टीमें और मेडिकल स्टाफ ने तुरंत एक्शन लिया।
हमले की सूचना से अफरा-तफरी मच गई
मॉक ड्रिल के तहत जैसे ही एयर अटैक का सायरन बजा, मंदिर परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। काल्पनिक रूप से घायल लोगों और आगजनी के दृश्यों ने एक वास्तविक आपदा जैसी स्थिति पैदा कर दी। इस चुनौतीपूर्ण परिदृश्य में जिला कलेक्टर रामावतार मीणा और पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के नेतृत्व में प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया।

मिनटों में पहुंची आपदा प्रबंधन और मेडिकल टीमें
घटना की सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन की टीम, पुलिस, सिविल डिफेंस, मेडिकल स्टाफ और स्काउट दल घटनास्थल पर पहुंचे। जिला प्रशासन और सिविल डिफेंस की टीमों ने महज 5 से 7 मिनट के भीतर बचाव कार्य शुरू कर दिया। मॉक ड्रिल में आग पर काबू पाने, घायलों को सुरक्षित निकालने और उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था का अभ्यास किया गया।
मोबाइल अस्पताल में घायलों का प्राथमिक उपचार
मॉक ड्रिल के दौरान घायल हुए लोगों को शहीद कर्नल जेपी जानू राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्थापित किए गए मोबाइल अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।

कलेक्टर और एसपी ने विभागों की सराहना की
मॉक ड्रिल के सफल संचालन के बाद जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने कहा- यह अभ्यास आपदा प्रबंधन की तैयारियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी विभागों के बीच उत्कृष्ट समन्वय और समयबद्ध कार्यशैली की सराहना की। उन्होंने विश्वास जताया कि इस तरह के अभ्यास भविष्य में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने में सहायक होंगे।
पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि पुलिस विभाग ने मॉक ड्रिल के दौरान भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा घेरा बनाने में कुशलता दिखाई। उन्होंने कहा कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य ऐसी परिस्थितियों में कम से कम समय में प्रभावी कार्रवाई करना है और इस अभ्यास ने उनकी तैयारियों को पुख्ता किया है।

रात में होगा ब्लैक आउट
मॉक ड्रिल का दूसरा चरण बुधवार रात 9:45 से 10:00 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इस चरण में ब्लैक आउट का अभ्यास किया जाएगा, जिसके तहत जिले के नागरिकों से अपील की गई है कि वे सायरन बजने पर स्वेच्छा से अपने घरों की लाइटें बंद कर दें। यह अभ्यास वास्तविक आपदा की स्थिति में ऊर्जा संरक्षण और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
मॉक ड्रिल में सहयोग की अपील
जिला प्रशासन ने मॉक ड्रिल में सहयोग करने की अपील की। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के अभ्यास न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि आम जनता में भी जागरूकता बढ़ाते हैं। झुंझुनूं में आयोजित यह मॉक ड्रिल न केवल सफल रहा, बल्कि इसने यह भी दर्शाया कि प्रशासन और नागरिक मिलकर किसी भी आपदा का सामना करने के लिए तैयार हैं।