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झुंझुनूं के पूर्व सैनिकों ने जताया संकल्प : जरूरत पड़ी तो सीमा पर जाने को तैयार


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झुंझुनूं के पूर्व सैनिकों ने जताया संकल्प : जरूरत पड़ी तो सीमा पर जाने को तैयार

झुंझुनूं के पूर्व सैनिकों ने जताया संकल्प : जरूरत पड़ी तो सीमा पर जाने को तैयार

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : निरंजन सैन

चिड़ावा : पाकिस्तान की सीमा में भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद झुंझुनूं जिले के पूर्व सैनिकों में देशभक्ति का उत्साह देखने लायक रहा। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय परिसर में जुटे पूर्व सैनिकों ने एक स्वर में कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वे फिर से सीमा पर जाकर देश की रक्षा करने को तैयार हैं। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सुरेश जांगिड़ की अगुवाई में हुए इस आयोजन में पूर्व सैनिकों ने पहलगाम में हुए निहत्थे सैलानियों पर हमले की कड़ी निंदा की और भारत सरकार की त्वरित कार्यवाही की सराहना की। उनका कहना था कि आतंकवादियों को उनके कृत्यों का जवाब उसी भाषा में देना आवश्यक है, और सरकार ने यही कर दिखाया। पूर्व सैनिकों ने कहा कि झुंझुनूं  की धरती हमेशा से देशभक्तों और बलिदानियों को जन्म देती रही है। उन्होंने “भारत माता की जय” और “हाउज द जोश” जैसे नारों से अपने जोश का प्रदर्शन किया। इस मौके पर हरपाल सिंह, सोमवीर सिंह, हवलदार उम्मेद सिंह मान, रामस्वरूप, हरलाल डांगी, जय सिंह बराला, बृह्मानंद रोहिल्ला, और गौरव सेनानी सेवा समिति अध्यक्ष शीशराम डांगी मौजूद रहे। इस दौरान कर्नल सुरेश कुमार जांगिड़ ने बलिदान शब्द के प्रयोग पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ‘शहीद’ शब्द अरबी भाषा से आया है, जिसका अर्थ होता है ‘गवाह’। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने भी यह स्पष्ट किया है कि देश सेवा में प्राण देने वाले सैनिकों को ‘बलिदानी’ कहा जाना चाहिए, ताकि उनका सम्मान सही शब्दों में किया जा सके। पूर्व सैनिक जय सिंह बराला ने आम नागरिकों से अपील की कि वे वर्तमान हालात में सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करें और अफवाहों से बचें। पूर्व सैनिक बृह्मानंद रोहिल्ला ने कहा कि झुंझुनूं जिले के नागरिक सदैव देश के लिए समर्पित रहते हैं और जरूरत पड़ने पर हर परिस्थिति में देश के साथ खड़े रहने को तैयार रहते हैं। पूर्व सैनिकों ने यह स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा के लिए उनका समर्पण आज भी वैसा ही है जैसा फौज में रहते समय था। उन्होंने सरकार और सुरक्षा बलों के साथ एकजुटता जताते हुए भविष्य में भी हर आवश्यक योगदान देने की बात कही।

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