मधुबनी के बच्चे के साथ जयपुर में मालकिन का टॉर्चर:बोला- जंजीर से बांधकर पीटती थी; हालत बिगड़ने पर ट्रेन में बिठाकर बिहार भेज दिया
मधुबनी के बच्चे के साथ जयपुर में मालकिन का टॉर्चर:बोला- जंजीर से बांधकर पीटती थी; हालत बिगड़ने पर ट्रेन में बिठाकर बिहार भेज दिया

जयपुर : राजस्थान के जयपुर में मधुबनी के एक 14 साल के बच्चे के साथ मालकिन के टॉर्चर करने का मामला सामने आया है। बच्चे का आरोप है कि जंजीर से बांधकर उसके साथ मारपीट की जाती थी। मारपीट के बाद जब बच्चे की हालत बिगड़ी तो मालकिन ने उसे उसी हालत में बिहार की ट्रेन से घर वापस भेज दिया। बच्चा मधुबनी के बिस्फी प्रखंड का रहने वाला है। वो महादलित परिवार से आता है। फिलहाल, मधुबनी सदर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर है। शरीर पर जख्म के निशान हैं।
पढ़ाई और पैसे का सपना दिखाकर ले गए जयपुर
बच्चा जानीपुर जगबन पंचायत के मजदूर परिवार का है। भैरवा गांव का मोहम्मद सद्दाम उसे जयपुर लेकर गया था। सद्दाम बच्चे के परिवार से वादा कर के गया था कि वो बच्चे को पढ़ाएगा और चूड़ी कारखाने में काम भी दिलवाएगा। बच्चे ने बताया कि जयपुर जाने के बाद उससे घर का काम कराया जाता था और मारपीट की जाती थी।

मालकिन ने बनाया बंधक, गर्म रॉड से जलाया
बच्चे ने बताया- जयपुर में मालकिन आसमीन परवीन मेरे साथ मारपीट करती थी। एक दिन मुझे भूख लगी थी। मैंने खाना मांगा तो उन्होंने जंजीर से बांध दिया। लात-घूंसे, रॉड और डंडे से मेरी पिटाई की। इतना ही नहीं, गर्म रॉड से मेरा चेहरा भी जलाया।’ बच्चे के प्राइवेट पार्ट पर भी जख्म के निशान हैं।
पिटाई से बच्चे का चेहरे पर चोट के निशान हैं। रॉड से मारकर उसके होंठ को दो हिस्सों में काट दिया। गर्म रॉड से प्राइवेट पार्ट को जलाया गया। मारपीट के कारण उसके पूरी शरीर में सूजन है। पूरे शरीर पर गहरे जख्म बन गए है। बताया जा रहा है कि बच्चे की हालत देखकर उसे वहां ले जाने वाले सद्दाम ने ही चुपके से उसे बिहार जाने वाली बस में बिठा दिया।
मधुबनी में इलाज जारी, खतरे से बाहर
मधुबनी लौटने के बाद परिजनों ने बच्चे को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के मुताबिक, राजेश की हालत अब खतरे से बाहर है, लेकिन शारीरिक और मानसिक सदमा लंबे समय तक रह सकता है। गरीब पिता इलाज के लिए लोगों से मदद मांग रहे हैं।
परिवार ने पतौना थाने में शिकायत की है, लेकिन थाना प्रभारी राजेश पंडित का कहना- ‘हमें अब तक कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है।’