नंगली सलेदी सिंह में लोकदेवता बाबा रामदेव मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं भंडारे का आयोजन
महिलाओं ने निकाली भव्य कलश यात्रा, हवन में पांच जोड़ों ने दी पूर्णाहुति

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड क्षेत्र के नंगली सलेदी सिंह में लोकदेवता बाबा रामदेव मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं भंडारे का आयोजन किया गया इससे पूर्व महिलाओं द्वारा भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा का ग्रामीणों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। इसके बाद हवन किया गया। पंडित शंकर लाल शर्मा द्वारा मंत्रोचार के साथ पांच जोड़ों ने हवन में पूर्णाहुति दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी मनोज घुमरिया के कर कमलों से मंदिर में मूर्ति विराजमान की गई। इसके साथ ही मंदिर परिसर बाबा रामदेव के जयकारों से गूंज उठा। करणी शिक्षण संस्थान के संस्थापक भूपेंद्र सिंह शेखावत, श्रीपाल सिंह व अन्य ग्रामीणों ने घुमरिया का फूलमाला और राजस्थानी शान का प्रतीक साफा पहनाकर जोरदार स्वागत किया।
ग्रामीणों ने बताया कि हमारे छोटे से आग्रह पर समाजसेवी घुमरिया ने नंगली सलेदी सिंह में पिछले दो वर्षों से मंदिर निर्माण कार्य स्वयं के खर्च से शुरू करवाया था। सोमवार को नवनिर्मित मंदिर में कलश यात्रा, हवन, बाबा रामदेव मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा आयोजन का समस्त खर्च भी समाजसेवी घुमरिया द्वारा वहन किया गया। सर्व समाज के ग्रामीणों ने इस कार्य के लिए घुमरिया का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान घुमरिया ने कहा कि ग्रामीणों के आग्रह पर और बाबा रामदेव की कृपा से मैंने इस मंदिर का निर्माण करवाया है। अब यह मंदिर नंगली सलेदी सिंह की समस्त जनता को पूजा अर्चना के लिए समर्पित करता हूं। बाबा रामदेव सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण करें। पीरों के पीर बाबा रामसापीर ने अपने जीवन काल में सर्व समाज में व्याप्त कुरीतियों और बुराइयों को दूर कर सभी लोगों को एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में यहां के लोगों का काफी सहयोग मिला जो सराहनीय है।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि समाजसेवी घुमरिया पिछले काफी वर्षों से खेतड़ी विधानसभा क्षेत्र में धार्मिक कार्य, शिक्षा से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निशुल्क कोचिंग, पीने के पानी के लिए ट्यूबवेल तथा कई प्रकार के विकास कार्य स्वयं के खर्च से कर रहे हैं जो काबिले तारीफ है। वक्ताओं ने कहा कि हमें ऐसे व्यक्तित्व का चुनाव करना चाहिए जो क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करें। जाति से कोई भी व्यक्ति बड़ा और महान नहीं होता। महान वह व्यक्ति होता है जो सर्व समाज के लिए विकास के कार्य करता है।
इस दौरान श्रीपाल सिंह, भुपेंद्र सिंह, कप्तान खेमचंद यादव, सत्यनारायण सेन, जमालुद्दीन भाटी, दाताराम तुनवाल, जंगशेर अली, बनवारी लाल, रोहितास चोपड़ा, दलीप सिंह, श्रवन कुमार, दुर्गा प्रसाद महाजन, घनश्याम जांगिड़, उमेद सिंह शेखावत, पप्पू सिंह बड़ाऊ, पितराम बोराण, रमेश मेघवाल, प्रदीप जांगिड़, बाबूलाल भाटी, आरिफ भाटी सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष मौजूद रहे।