झुंझुनूं में स्कूल के स्टूडेंट को प्रताड़ित करने का आरोप:मां ने कहा- छात्र शराब पीते हैं, जो शामिल नहीं हो उनको टॉर्चर करते हैं
झुंझुनूं में स्कूल के स्टूडेंट को प्रताड़ित करने का आरोप:मां ने कहा- छात्र शराब पीते हैं, जो शामिल नहीं हो उनको टॉर्चर करते हैं

झुंझुनूं : एक मां ने अपने बेटे को स्कूल में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वही स्कूल प्रशासन पर टीसी नहीं देने का आरोप लगाया। इस संबंध में महिला ने कोतवाली थाने में स्कूल के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया है। यह मामला झुंझुनूं एकेडमी सी.सै. स्कूल (समसपुर रोड) से जुड़ा हुआ है।
उत्तर प्रदेश के आगरा निवासी मनीषा पत्नी किशोर सिंह ने अपने बेटे करण के साथ हो रहे मानसिक शोषण और उत्पीड़न को लेकर कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया है।
कोतवाली थाना अधिकारी हरजिंदर सिंह बताया कि शिकायत के आधार पर झुंझुनूं एकेडमी स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि छात्र की मां द्वारा लगाए गए आरोप गंभीर हैं और इनकी निष्पक्ष जांच की जा रही है। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आरोप- शराब पीते हैं स्कूली छात्र
रिपोर्ट में बताया कि उनका बेटा करण पिछले छह वर्षों से इस स्कूल में पढ़ाई कर रहा है और वर्तमान में वह कक्षा 12वीं का छात्र है। बोर्ड परीक्षाएं हैं, ऐसे में करण को पिछले कई महीनों से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, जिससे वह गंभीर डिप्रेशन का शिकार हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार करण ने अपनी मां को बताया कि स्कूल के हॉस्टल में रात को कुछ छात्र भांग और शराब का सेवन करते हैं।
बेटा बोला- मां मुझे यहां से ले चलो
जो छात्र इन गतिविधियों में शामिल नहीं होते, उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। करण ने कई बार अपने शिक्षक महेश से इस संबंध में शिकायत की, लेकिन समस्या सुलझाने के बजाय उसे डांटकर चुप करा दिया गया और डराया गया। मनीषा देवी ने बताया कि जब वह अपने बेटे को लेने के लिए आगरा से झुंझुनूं आईं, तब करण ने हाथ जोड़कर गुहार लगाई कि “मम्मी, मुझे यहां से ले चलो।
मैं अब यहां नहीं रह सकता।” जब उन्होंने स्कूल प्रशासन से अपने बेटे को घर ले जाने की अनुमति मांगी, तो शिक्षक महेश ने अभद्र व्यवहार करते हुए छात्र को साथ भेजने से साफ इनकार कर दिया। इतना ही नहीं स्कूल प्रशासन ने छात्र की किताबें भी नहीं दीं और टी.सी. (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) जारी करने से मना कर दिया।
मां ने कहा- बेटा सुसाइड करने की स्थिति में
महिला का कहना है कि स्कूल प्रशासन द्वारा दिए जा रहे इस मानसिक दबाव के चलते उनका बेटा अब आत्महत्या करने जैसी खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। छात्र करण पूरी तरह से भयभीत है और उसकी मानसिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि एक मां होने के नाते वह अपने बेटे के भविष्य और जीवन को लेकर बेहद चिंतित हैं, और इसलिए उन्होंने यह मामला दर्ज करवाया है।