बच्चे को गोद में लिए दौड़ती परीक्षा केंद्र पहुंची महिला:5 मिनट की देरी से परीक्षा केंद्र में नहीं प्रवेश, जेके मोदी स्कूल का है मामला
बच्चे को गोद में लिए दौड़ती परीक्षा केंद्र पहुंची महिला:5 मिनट की देरी से परीक्षा केंद्र में नहीं प्रवेश, जेके मोदी स्कूल का है मामला

झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर के जेके मोदी बालिका स्कूल में आज एक मार्मिक दृश्य देखने को मिला, जब एक महिला परीक्षार्थी अपने छोटे बच्चे को गोद में लेकर दौड़ती हुई परीक्षा केंद्र पहुंची। हालांकि, नियमानुसार 5 मिनट की देरी होने के कारण उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई। यह घटना सुबह पहली पारी की है।यह घटना राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित जेल पहरी भर्ती परीक्षा के दौरान हुई। जिला मुख्यालय पर कुल 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां दो पारियों में 20 हजार 240 अभ्यर्थियों का पंजीकरण है। सुबह पहली पारी की परीक्षा के लिए जब 9 बजे जेके मोदी बालिका स्कूल के गेट बंद कर दिए गए, तभी यह महिला अभ्यर्थी अपने बच्चे को गोद में लिए हांफती हुई पहुंची। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से केंद्र में प्रवेश देने की गुहार लगाई और अपनी मजबूरी बताई। महिला ने बताया कि वह गलती से किसी दूसरे परीक्षा केंद्र पर चली गई थीं और इस कारण उन्हें पहुंचने में देरी हो गई। उन्होंने प्रवेश के लिए काफी अनुनय-विनय किया, लेकिन कर्मचारी चयन बोर्ड की एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) के सख्त नियमों के चलते वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें प्रवेश देने से इनकार कर दिया।महिला खुद के बारे में किसी प्रकार की जानकारी देने से मना कर दिया।नियमानुसार गेट बंद होने के बाद किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश की अनुमति नहीं है, भले ही देरी का कारण कुछ भी हो। इस घटना ने परीक्षा देने आई अन्य अभ्यर्थियों और वहां मौजूद लोगों को भावुक कर दिया। एक तरफ अपनी परीक्षा में शामिल होने की ललक और दूसरी तरफ छोटे बच्चे की जिम्मेदारी, इस कशमकश में फंसी महिला की बेबसी साफ झलक रही थी।बोर्ड के नियमों की सख्ती और मानवीय संवेदना के बीच यह घटना कई सवाल खड़े करती है। हालांकि, नियमों का पालन सुनिश्चित करना परीक्षा प्रक्रिया की निष्पक्षता और विश्वसनीयता के लिए आवश्यक है। पहली पारी की परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई, जबकि दूसरी पारी दोपहर 3 बजे से शुरू हुई।बोर्ड के निर्देशों के अनुसार, परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले, यानी पहली पारी के लिए सुबह 9 बजे और दूसरी पारी के लिए दोपहर 2 बजे परीक्षा केंद्रों के गेट बंद करने का नियम है। इस नियम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी अभ्यर्थियों की प्रवेश से पहले ठीक से जांच हो सके और परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो। प्रशासन और पुलिस ने भी परीक्षा को शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराने के लिए व्यापक इंतजाम किए है।