हैदराबाद में जंगल काटने पर सीकर में छात्रों के प्रदर्शन:बोले- विकास के नाम पर जानवरों के घर उजाड़ रही तेलंगाना सरकार, छात्रों से अमानवीय व्यवहार बंद हो
हैदराबाद में जंगल काटने पर सीकर में छात्रों के प्रदर्शन:बोले- विकास के नाम पर जानवरों के घर उजाड़ रही तेलंगाना सरकार, छात्रों से अमानवीय व्यवहार बंद हो

सीकर : हैदराबाद में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के करीब तेलंगाना की रेवंत रेड्डी सरकार 400 एकड़ जमीन पर आईटी पार्क बनाने के लिए जंगल कटवा रही है। इसके विरोध में आज (शुक्रवार) को शेखावाटी यूनिवर्सिटी में छात्र संगठन एसएफआई ने विरोध-प्रदर्शन किया। छात्रों ने यूनिवर्सिटी में तेलंगाना सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जंगल काटने पर रोक लगाने की मांग की।

छात्र नेता राजू बिजारणियां व देवराज व हुड्डा ने बताया- हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पास 400 एकड़ जमीन पर तेलंगाना सरकार आईटी पार्क बनाना चाहती है। ताकि इससे 5 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट हो और रोजगार के अवसर पैदा हों। लेकिन इस विकास के लिए सरकार जंगल में रहने वाले लाखों जीव-जंतुओं, जानवरों को बेघर कर रही है। जंगल काटने से पूरे जंगल के जानवर भयभीत हैं और इधर-उधर भाग रहे हैं। जंगल में चारों तरफ जानवरों के चीख-पुकार सुनाई दे रही है।
इस जंगल को बचाने के लिए हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन आगे आए हैं और सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने छात्रों की आवाज दबाने के लिए उन पर लाठीचार्ज करवा दिया। 50 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया गया। पुलिस छात्रों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। इसके बावजूद भी छात्र जंगल बचाने के लगातार डटे हुए हैं। लेकिन सरकार रात को जंगलों में बुलडोजर चलवा रही है। जंगल एरिया में एंट्री पर रोक लगा दी गई है।

छात्रों ने कहा- सरकार विकास के नाम पर जंगल काटना बंद करे। वहीं इस मामले में केंद्र सरकार, तेलंगाना के सीएम और राहुल गांधी को दखल देकर जंगल को बर्बाद होने से पहले रोक देना चाहिए। नहीं तो यह कदम यूनिवर्सिटी के जंगल और बायोडायवर्सिटी को खत्म करेगा। इस जंगल में मोर, हिरण, खरगोश और अन्य जानवरों की सैकंडों प्रजातियां हैं। सरकार को आईटी पार्क के लिए अन्य जगह पर जमीन लेनी चाहिए। जानवरों को परेशान नहीं करना चाहिए।