स्वास्थ्य विभाग का ग्राम स्तर पर टीबी मुक्ति की ओर बढ़ाया गया कदम सराहनीय: जिला कलेक्टर
विश्व क्षय दिवस पर जिले की 144 ग्राम पंचायते टीबी मुक्त घोषित

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
झुंझुनूं : विश्व क्षय दिवस पर झुंझुनूं जिले की 144 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत के रूप में घोषित किया गया। सोमवार को सूचना केंद्र में जिला कलेक्टर रामावतार मीणा के मुख्य आतिथ्य में हुए सम्मान समारोह में टीबी मुक्त पंचायत के रूप में जिले की 34 ग्राम पंचायतों को सिल्वर तथा 110 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को ब्रॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय कुमार आर्य, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास, भाजपा जिलाध्यक्ष बनवारीलाल सैनी अतिथि के रूप में मौजूद रहें।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर टीबी मुक्ति की ओर बढ़ाया गया कदम निश्चित रूप से स्वास्थ्य विभाग का सराहनीय कदम है, जो आने वाले समय में जिले को टीबी मुक्त घोषित करवाने में कारगर साबित होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप जिले में टीबी उन्मूलन के दिशा में कार्य किया गया है, जिसकी शुरूवार भी ग्राम स्तर से की गई है। उन्होंने टीबी मुक्त पंचायतों के जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि वे ग्राम पंचायत के मुखिया होने के नाते अपनी ग्राम पंचायत में टीबी के खिलाफ लड़ाई जारी रखे और इस टीबी जैसी गंभीर बीमारी से लडऩे में व्यापक जनजागरूता पैदा करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि इस वर्ष जिले में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान का सफन संचालन किया गया है, अब आगे भी इन पंचायतों के साथ-साथ बची हुई पंचायतों में यह विशेष अभियान जारी रखा जाएगा। टीबी की जांच के लिए जिले में 10 से अधिक सीबीनॉट, टूनॉट सेंटरों पर जांच की जा रही है, जिससे अधिक से अधिक मरीजों की बिना किसी असुविधा के जांच हो, इसकी नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। कार्यक्रम में डॉ. गुर्जर ने ग्राम पंचायतों के सरपंचों से अपील करते हुए कहा कि वे निक्षय मित्र के रूप में अपनी ग्राम पंचायत के रोगियों को गोद लेकर अतिरिक्त पोषण सामग्री का वितरण करते रहे, जिससे जिले में टीबी रोगी को आर्थिक व सामाजिक संबल मिले सके।
कार्यक्रम में डीपीएम विक्रमसिंह, डीपीसी डॉ. महेश कड़वासरा, मोहन चाहर, संजीव महला, लेखा शाखा के जितेंद्रसिंह शेखावत, दिनेश कुमार मिश्रा, बीएचएस रविंद्रसिंह शेखावत, सुनिल कुमार, मुकेश कुमार, दिनेश खानखेडिय़ा, पवन कुमार खीचड़, राकेश कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अनेक कार्मिक उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी उम्मेदसिंह महला ने किया।
नवलगढ़ में सर्वाधित पंचायते हुई टीबी मुक्त
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजय सिंह ने बताया कि नवलगढ़ ब्लॉक में 26 ग्राम पंचायतों के साथ सर्वाधिक टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित हुई है। इसके अलावा खेतड़ी में 18, सूरजगढ़ में 15, उदयपुरवाटी में 15, मलसीसर में 14, झुंझुनूं में 12, मंडावा में 11, चिडावा में 10, पिलानी में 10, बुहाना में 8 व सिंघाना में 5 ग्राम पंचायते टीबी मुक्त के पैरामीटरों को पूरा किया है।
अभियान से जुड़े अधिकारी, कार्मिक व विद्यार्थी में हुए सम्मानित
कार्यक्रम में 144 ग्राम पंचायतों के सरपंचों के साथ-साथ अभियान में सक्रिय योगदान देने पर खेतड़ी बीसीएमओ डॉ. हरीश यादव, उदयपुरवाटी ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर आशा सैनी, डीआरटीबी कॉडिनेटर आनंद चौधरी, सूरजगढ़ ब्लॉक हैल्थ सुपरवाईजन दिनेशसिंह, झुंझुनूं एसटीएलएस बबीता कुमारी, झुंझुनूं ग्रामीण एसटीएस मंगलचंद, सामाजिक कार्यकर्ता रणवीरसिंह नेहरा, भाषण प्रतियोगिता में खेतड़ी राजकीय स्कूल की छात्रा प्रतिभा सैनी, महात्मा गांधी राजकीय स्कूल ओजटू के विरीका व भव्या शर्मा, जटिया स्कूल बिसाऊ के लक्की जोशी, डाबड़ी धीरसिंह राजकीय स्कूल के नेहा कुमारी, सूरजगढ़ सीएचसी के एलटी राहुल गुर्जर, चिडावा सीएचसी के एसएलटी सुरेंद्र कुमार, बिसाऊ डॉट्स प्रोवाइडर अमिता बुडानिया को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।