‘किसानों के बिजली कनेक्शन काट रहे, रसूखदारों को छोड़ रहे’:नागौर में पूर्व सांसद डॉ. मिर्धा बोलीं- CM और ऊर्जा मंत्री से करेंगी शिकायत
'किसानों के बिजली कनेक्शन काट रहे, रसूखदारों को छोड़ रहे':नागौर में पूर्व सांसद डॉ. मिर्धा बोलीं- CM और ऊर्जा मंत्री से करेंगी शिकायत

नागौर : पूर्व सांसद एवं भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. ज्योति मिर्धा का कहना है कि बिजली निगम नागौर में दोहरे मापदंड अपना रहा है। वे विभाग के इस भेदभाव की जानकारी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर को देंगी।
उन्होंने कहा कि विभाग बड़े बिलों की बकाया राशि वसूल करें, उसके बाद किसानों व मजदूरों के लिए अभियान चलाए।
नागौर में शुक्रवार की रात अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में डॉ. मिर्धा ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा- सांसद बेनीवाल की पार्टी का ऑफिस जिस घर में है, उस घर पर लगे बिजली कनेक्शन की करीब 10 लाख रुपए से अधिक की राशि बकाया है। इसी प्रकार पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल के घर के कनेक्शन के भी करीब 3 लाख बकाया चल रहे हैं। अनेक रसूखदार लोगों के भी बिजली के बिल बकाया चल रहे हैं।

विभाग के अधिकारी बोले- 2 नोटिस दे दिए, काटेंगे कनेक्शन
मामले के बाद अजमेर डिस्कॉम के अधिकारी भी अलर्ट मोड में आ गए। नागौर में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार चौधरी ने बताया- सांसद हनुमान बेनीवाल व पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल जिन मकानों में रह रहे हैं, उनके बिजली कनेक्शन की लाखों की राशि बकाया होने की बात सही है। राशि जमा करवाने के लिए हमने मार्च माह में 2 नोटिस दे दिए हैं।
चौधरी ने कहा कि सांसद हनुमान बेनीवाल जिस मकान में रह रहे हैं, वो मकान प्रेमसुख बेनीवाल और पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल के आवास का कनेक्शन उनके भाई शंकर लाल बेनीवाल के नाम से हैं। विभाग ने उक्त घरों के मालिकों के नाम से नोटिस जारी कर वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है। यदि बकाया राशि जमा नहीं होती हैं तो आगामी दिनों में पुलिस-प्रशासन की मदद लेकर कनेक्शन काटे जाएंगे।
हालांकि इनमें कनेक्शन हनुमान बेनीवाल और नारायण बेनीवाल के नाम पर न होकर अन्य के नाम पर होना सामने आया है।
अजमेर डिस्कॉम के एमडी बोले- दोनों मामलों की जानकारी, जवाब मांगा है
अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी केपी वर्मा ने कहा कि इन दोनों मामलों की जानकारी मिली है। नागौर एसई को जांच के लिए निर्देशित किया है। पहले प्रयास किया जाएगा कि समझाइश से बकाया राशि वसूल ली जाए, फिर नोटिस देंगे, नोटिस का जवाब तय समय में नहीं मिला तो फिर कार्रवाई की जाएगी।

विभाग पर मनमानी और दोहरे मापदंड का आरोप
दरअसल, वित्तीय वर्ष 2024-25 के समाप्ति मार्च माह में बिजली विभाग का रिकवरी अभियान जोरों पर है, इसी क्रम में लंबे समय से बिजली बिल का पैसा दबाकर बैठे उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। इसको लेकर डिस्कॉम के अधिकारियों पर पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने मनमानी करने और दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने अजमेर डिस्कॉम के वसूली अभियान पर कहा कि शुक्रवार को वे गांवों के दौरे पर थी, तब उन्हें ग्रामीणों ने बताया कि अजमेर डिस्कॉम बकाया बिलों की वसूली करने के लिए किसानों व निम्न आय वाले लोगों के बिजली के कनेक्शन काट रहा है। जबकि रसूखदार लोगों के बकाया बिलों की वसूली को अनदेखा किया जा रहा है।