निराधनू में दहेजमुक्त विवाह की अनूठी पहल
निराधनू में दहेजमुक्त विवाह की अनूठी पहल
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जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : देश में आए दिन दहेज के नाम पर बहू-बहू को प्रताड़ित करने, मारने-पीटने और दहेज हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं कुछ लोग दहेज न लेकर दहेज मुक्त विवाह को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला निराधनू गांव में देखने को मिला है, जिसमें वर पक्ष सुवटा परिवार की ओर से दहेज प्रथा को समाप्त करने की पहल कर समाज में एक नई मिसाल पेश की है।
निराधनू निवासी देवकरण सुवटा के पुत्र पवन की शादी सूरजगढ़ निवासी अभय सिंह की पुत्री पिंकी के साथ हिन्दू रीतिरिवाज से सम्पन्न हुई ।जिसमें दूल्हे पवन ने दहेज लेने से मना कर दिया। दोनों परिवारों ने मिलकर इस प्रस्ताव को स्वीकार कर समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने का संदेश देकर एक नई मिसाल पेश की है। शादी की रस्मों के दौरान जब दुल्हन को उपहार के रूप में दहेज देना था तब दूल्हे पवन के पिता ने शगुन के रूप एक रुपए और नारियल ही दहेज स्वरूप स्वीकार किया और समाज मे दहेज मुक्त विवाह को बढ़ावा देने की एक अनूठी पहल की ।