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झुंझुनूं-खेतड़ी : दुधवा नदी में अवैध खनन, पेड़ों की हो रही कटाई:नदी में 100 फीट तक किए गड्ढे, तहसीलदार बोले- जल्द प्रभावी कार्रवाई करेंगे


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झुंझुनूं-खेतड़ी : दुधवा नदी में अवैध खनन, पेड़ों की हो रही कटाई:नदी में 100 फीट तक किए गड्ढे, तहसीलदार बोले- जल्द प्रभावी कार्रवाई करेंगे

दुधवा नदी में अवैध खनन, पेड़ों की हो रही कटाई:नदी में 100 फीट तक किए गड्ढे, तहसीलदार बोले- जल्द प्रभावी कार्रवाई करेंगे

झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के दुधवा नदी में अवैध खनन के चलते हरे पेड़ों की कटाई बेखौफ होकर की जा रही है। नदी में खनन को रोकने के लिए लगाई पुलिस की अस्थाई चौकी के बाद भी नदी क्षेत्र में धड़ल्ले से बजरी का अवैध खनन किया जा रहा है।

नदी में बजरी का खनन व हरे पेड़ों की कटाई बंद करने की मांग को लेकर ग्रामीण कई बार मुद्दा उठा चुके है, लेकिन प्रशासन द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण सरेआम बजरी का खनन किया जा रहा है। ग्रामीणों ने नदी में खनन को रोकने के लिए मुख्य सचिव उषा शर्मा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनसुनवाई के दौरान भी मुद्दा उठाया था। जिस पर मुख्य सचिव ने स्थानीय प्रशासन को आमजन की समस्याओं को तत्परता से सुनकर उनका तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए थे।

दुधवा के ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत दूधवा नांगलिया के पास से गुजर रही दोहान नदी में रोक के बावजूद भी भारी मात्रा में अवैध रूप से बजरी का खनन कर हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। आए दिन हो रही हरे पेड़ों की कटाई व अवैध खनन के कारण प्राकृतिक व पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है, जिसको लेकर ग्रामीण पहले भी कई बार शिकायत व धरना प्रदर्शन कर चुके है। अवैध खनन को रोकने व हरे पेड़ों की कटाई पर लगाम लगाने को लेकर ग्रामीणों द्वारा न्यायालय में जनहित याचिका भी लगाई गई थी। नदी में खनन माफिया अवैध रूप से हजारों की संख्या में पेड़ों की बलि चढ़ा चुके है, नदी में भारी मात्रा में जंगल के रूप में खड़े पेड़ों की संख्या है, जो खनन माफियाओं द्वारा बजरी निकालने को लेकर नष्ट किए जा रहे है। ग्रामीणों द्वारा पहले भी भूख हड़ताल व धरना प्रदर्शन भी किया गया था।

जिस पर जिला कलेक्टर ने तहसीलदार, एसडीएम, माइनिंग विभाग, वन विभाग के द्वारा कमेटी भी बनाई गई थी। कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांग पर अवैध खनन व पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने को लेकर स्थाई चौकी लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन नदी में अभी तक अवैध खनन जारी है तथा रोजाना सैकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है। खनन माफिया दिन रात अपनी मशीनों से बजरी निकाल रहे है, लेकिन अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने की वजह से अवैध खनन का धंधा बेलगाम चल रहा है।

ग्रामीण नेतराम ने बताया कि नदी में खनन माफियाओं ने खनन कर 100 फीट तक गहरे गड्ढे कर दिए। नदी क्षेत्र हरियाणा की सीमा पर स्थित होने के कारण खनन माफिया रात को नदी में मशीनें उतारकर धडल्ले से खनन करते है। अवैध खनन को लेकर स्थानीय प्रशासन के अलावा जिला कलेक्टर तक गुहार लगा चुके है। प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हो रहे है तथा भारी मात्रा में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।

इस संबंध में तहसीलदार विवेक कटारिया ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा अवैध खनन की सूचना मिली है। प्रशासन की ओर से जल्द ही प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। पहले भी प्रशासन ने कार्रवाई कर अवैध खनन बंद करवा दिया था।

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