नीमकाथाना अस्पताल में जागरूकता शिविर:विश्व कैंसर दिवस पर हुआ आयोजन, जीवन शैली के बारे में बताया
नीमकाथाना अस्पताल में जागरूकता शिविर:विश्व कैंसर दिवस पर हुआ आयोजन, जीवन शैली के बारे में बताया
नीमकाथाना : विश्व कैंसर दिवस पर नीमकाथाना जिला अस्पताल में आयोजित जागरूकता शिविर में विशेषज्ञों ने चिंताजनक आंकड़े साझा किए। भारत में हर साल लगभग 18 लाख नए कैंसर रोगी सामने आ रहे हैं, जिनमें से 80% मामले खराब जीवनशैली से जुड़े हैं।
विशेषज्ञ डॉ. के.के. शर्मा के अनुसार, कैंसर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं – बिनाइन और मैलिग्नेंट। बिनाइन ट्यूमर शरीर में नहीं फैलते, लेकिन मैलिग्नेंट ट्यूमर शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित करते हैं। सबसे आम कैंसर में स्तन, फेफड़े, मुख, गर्भाशय ग्रीवा और कोलोरेक्टल कैंसर प्रमुख हैं।
कैंसर के प्रमुख कारणों में धूम्रपान, मद्यपान, प्रदूषित वातावरण, रासायनिक उर्वरक, कम फाइबर युक्त आहार, बासी भोजन का सेवन और आनुवंशिक कारण शामिल हैं। इसके अलावा, अत्यधिक रेडिएशन का संपर्क और तनाव भी कैंसर का कारण बन सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है। इसमें नशीली वस्तुओं से दूरी, फाइबर युक्त और ताजा भोजन का सेवन, प्रिजर्वेटिव्स से बचाव, मोबाइल फोन का सीमित प्रयोग और पर्याप्त जलपान शामिल है।
कैंसर का इलाज रोगी की स्थिति और कैंसर के प्रकार पर निर्भर करता है। सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्मोनल थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी जैसे विभिन्न उपचार विकल्प उपलब्ध हैं। समय पर निदान और उचित इलाज से इस जानलेवा बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।