बामलास में छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला, धरना समाप्त स्कूल में पढ़ाई शुरू
ग्रामीणों और प्रशासन के बीच सहमति

गुढ़ागौड़जी : सरकारी स्कूल में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में चल रहा ग्रामीणों का धरना चौथे दिन प्रशासन से वार्ता के बाद समाप्त कर दिया गया। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच तीन मांगों पर सहमति बनी है। धरना स्थल पर चौथे दिन पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढा भी पहुंचे। गुढा ने जिला कलक्टर से बात की। इस पर जिला कलक्टर ने एसडीएम को भेज कर मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
इन मांगों पर बनी सहमति
पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढा ने बताया कि ग्रामीणों ने 11 जनों की कमेटी बनाई। कमेटी ने मामले की जांच गुढ़ागौड़जी थानाधिकारी से हटाकर नवलगढ़ डिप्टी के निर्देशन में दूसरे थानाधिकारी से कराने, मामले में जल्दी ही चालान पेश करने और उदयपुरवाटी के सभी स्कूलों की जांच के लिए एसडीएम झुंझुनूं और एसडीएम उदयपुरवाटी के निर्देशन में कराने की मांग रखी। तीनों मांगें मानने के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया।
धरना स्थल पर स्कूली बच्चों ने कहा कि छेड़छाड़ के मामले में एक अध्यापिका गुलाब देवी के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया गया है। जबकि अध्यापिका की इसमें कोई गलती नहीं है। अध्यापिका को झूठा फंसाया जा रहा है। साथ ही बच्चों ने धरना समाप्त करने की मांग रखी। उनका कहना था कि परीक्षा का समय है। पढ़ाई बाधित हो रही है। अगर धरना नहीं हटाया जाता है तो वह अपनी स्कूल में जाकर पढ़ाई करेंगे। दोपहर बाद धरना समाप्त हुआ और सुचारू रूप से बच्चों की क्लास शुरू की गई।
धरने के दौरान पूर्व सरपंच रामावतार धींवा बच्चों को पढ़ा रहे थे। अचानक एक ग्रामीण धींवा से उलझ गया और बोला कि आप धरने पर क्यों नही बैठ रहे। इस पर धींवा ने कहा कि जो घटना हुई है, वह निंदनीय है। लेकिन बच्चों की पढ़ाई भी जरूरी है। इसलिए वह बच्चों को पढ़ा रहे हैं। गांव और कमेटी जो भी फैसला करेगी, उन्हें मंजूर होगा। इस बात पर ग्रामीणों और धींवा के बीच नोक झोंक हो गई। इस दौरान गुढा ने माइक हाथ में लेकर धींवा को आसाराम बोलकर संबोधित किया। धींवा ने भी पलटवार किया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।