केंद्रीय बजट 2025 पर प्रतिक्रिया
केंद्रीय बजट 2025 पर प्रतिक्रिया

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविंद्र पारीक
बजट 2025 : वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को संसद में बजट पेश किया। इस बार मिडिल क्लास के लिए राहत दी गई है, जिसमें 12 लाख तक की सालाना आय वालों को टैक्स पेयर्स से बाहर किया गया है। बजट में कई नई योजनाओं की भी घोषणा की गई है, जिसे जनता और विशेषज्ञों द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।

“यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में माननीय केंद्रीय वित्त श्री निर्मला सीतारमण जी द्वारा प्रस्तुत बजट 2025-26 में विकसित और आत्मनिर्भर भारत का संपूर्ण निरूपण है। गांव, गरीब, किसान, महिला एवं युवा के हित को केंद्र में रखकर निर्मित यह सर्वस्पर्शीय बजट प्रत्येक वर्ग के लिए अत्यंत ही लाभदायक सिद्ध होगा। साथ ही विकास के नए आयाम स्थापित करेगा। यह भविष्योन्मुखी एवं लोककल्याणकारी केंद्रीय बजट 2025-26 की सौगात हेतु राष्ट्र प्रधान और वित्त प्रधान का सहृदय आभार। – नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल

“निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत रेहड़ी पटरी वालों के लिए क्रेडिट कार्ड की सौगात दी है। इस कार्ड के तहत 30 हजार रुपये तक की राशि ली जा सकती है। यानी इस कार्ड के जरिए रेहड़ी पटरी वाले या फिर ऐसे वेंडर जो अपने कारोबार को आगे बढ़ाना चाह रहे हैं, उनके लिए 30 हजार तक का लोन ले सकते हैं। वहीं इस क्रेडिट कार्ड के लिए ब्याज दर सामान्य रहेगी साथ ही बजट में मध्यम वर्ग को बड़ी राहत है इनकम टैक्स की सीमा 12 लाख करने की घोषणा का स्वागत यह बजट देश की आम व मध्यम वर्ग को समर्पित है।” – योगेंद्र मिश्रा, भाजपा जिला महामंत्री, झुंझुनूं

“सुंडा ने बजट को ‘फ्लॉप शो’ बताया: कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा ने बजट 2025 को केंद्र सरकार की नाकामी बताया। उनका कहना था कि भाजपा सरकार पिछले 11 वर्षों से गरीबों को धोखा और पूंजीपतियों को लाभ पहुंचा रही है। बजट में युवाओं के लिए नौकरियां, महंगाई कम करने और किसानों के लिए एमएसपी की कोई घोषणा नहीं की गई। राजस्थान की उम्मीदें भी इस बजट से पूरी नहीं हुईं, खासकर ईआरसीपी और यमुना पानी को लेकर। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बजट बिहार चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, और यह सरकार सिर्फ वोट की राजनीति करती है।” – दिनेश सुंडा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष व प्रधान, पंचायत समिति नवलगढ़

“बजट में किसान शब्द को हटाने की कवायत शुरू उद्योगपतियों का बजट”- कैलाश यादव, किसान नेता