सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष के आगे SFI की नारेबाजी, नीमकाथाना जिला निरस्त करने का विरोध, कॉलेज के वार्षिकोत्सव में पहुंचे थे; तीन हिरासत में
सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष के आगे SFI की नारेबाजी, नीमकाथाना जिला निरस्त करने का विरोध, कॉलेज के वार्षिकोत्सव में पहुंचे थे; तीन हिरासत में

नीमकाथाना : नीमकाथाना के पूर्व विधायक और सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर को बुधवार को विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल बाजोर बुधवार शहर के एसएनकेपी कॉलेज के वार्षिकोत्सव में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। जहां नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के विरोध में SFI कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। जिस पर पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि नीमकाथाना को जिला घोषित किया जाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने नीमकाथाना जिला को बनाया था, लेकिन भाजपा सरकार आते ही सरकार ने जिले को हटाकर जनता के साथ कुठाराघात किया। नीमकाथाना जिले को फिर से बहाल किया जाए।

तीन लोगों को हिरासत में लिया
बता दें कि सुबह 11:50 बजे एसएनकेपी कॉलेज पहुंचे। इसके बाद वह 12:02 बजे जैसे ही सभागार में प्रतिभा और भामाशाह सम्मान के लिए पहुंचे तो एसएफआई जिला महासचिव विक्रम यादव, NSUI के नवीन जिलोवा समेत कुछ युवाओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। विरोध प्रदर्शन की आशंका के चलते प्रशासन पहले से ही सतर्क था। जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने प्रेम सिंह बाजोर की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने तुरंत उन्हें कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाला और हिरासत में ले लिया।

वहीं कार्यक्रम के दौरान प्रेम सिंह बाजोर ने इन विरोध प्रदर्शनों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समारोह में भाग लिया। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, वे इसी तरह विरोध जारी रखेंगे।
याचिका लगाने वालों को इंतजार करना चाहिए था-बाजोर
वहीं सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर ने कहा-जिले को लेकर मैंने कहा था कि सीएम से मिलेंगे। मगर मामला कोर्ट में चला गया तो अब ये सब बातें खत्म हो गईं। अब कोर्ट ही फैसला करेगा। याचिका लगाने वाले को वेट करना चाहिए था। उनको जल्दबाजी लगी हुई थी। इसका मतलब उनका जिला बनवाना ही नहीं था। जिला बनाने की ड्यूटी अकेली मेरी नहीं बल्कि सबकी है। जिले को लेकर कमेटी बनी। मगर कमेटी के पास कोई नही गया।

वहीं हिरासत में लिए गए छात्रों के रिहाई की मांग को लेकर छात्र संगठन कोतवाली थाने के सामने धरने पर बैठ गए हैं और छात्रों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। एडवोकेट गोपाल सैनी ने कहा कि विरोध करने का सबको अधिकार है। यह छात्र नेता हैं। इनको पुलिस ने गलत तरीके से हिरासत में लिया है और थाने में लाकर बैठा दिया है। जब तक छात्रों की रिहाई नहीं होगी, तब तक धरना जारी रहेगा।