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चूरू के जवान सतीश कुमार द्रास ग्लेशियर में शहीद:पेट्रोलिंग के दौरान पहाड़ी से पैर फिसला; मां को नहीं दी बेटे की शहादत की सूचना


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चूरू के जवान सतीश कुमार द्रास ग्लेशियर में शहीद:पेट्रोलिंग के दौरान पहाड़ी से पैर फिसला; मां को नहीं दी बेटे की शहादत की सूचना

चूरू के जवान सतीश कुमार द्रास ग्लेशियर में शहीद:पेट्रोलिंग के दौरान पहाड़ी से पैर फिसला; मां को नहीं दी बेटे की शहादत की सूचना

राजगढ़ : चूरू के रहने वाले भारतीय सेना के जवान सतीश कुमार स्वामी (24) लद्दाख के द्रास ग्लेशियर में सोमवार को ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। सतीश कुमार स्वामी राजगढ़-सादुलपुर तहसील के गांव ठिमाऊ बड़ी के रहने वाले थे।

शहीद सतीश 5 गोरखा राइफल रेजिमेंट (फ्रंटियर फोर्स) में नायक के पद पर तैनात थे। घर पर भाई और पिता को शहादत की सूचना दे दी गई है, लेकिन मां को अभी तक बेटे के शहीद होने के बारे में नहीं बताया गया है।

शहीद जवान सतीश कुमार स्वामी का मंगलवार को पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद जवान सतीश कुमार स्वामी का मंगलवार को पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पूर्व सैनिक संघ के तहसील अध्यक्ष जगत सिंह ने बताया- सेना के अधिकारियों ने जानकारी दी कि पेट्रोलिंग के दौरान पहाड़ी से पैर फिसलने के कारण सतीश कुमार शहीद हो गए हैं।

शहीद की पार्थिव देह मंगलवार को सुबह 7 बजे राजगढ़ के शहीद स्मारक पर पहुंचेगी। यहां से उनके पैतृक गांव ठिमाऊ बड़ी तक 25 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी, जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

5 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे सतीश

शहीद के चचेरे भाई प्रमोद स्वामी ने बताया- सतीश स्वामी के परिवार में पिता बुद्धराज स्वामी, माता सुमित्रा देवी और बड़े भाई रविंद्र स्वामी हैं। पिता बुद्धराज स्वामी उदयपुर सिटी पैलेस में जॉब करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से घर पर ही हैं। मां सुमित्रा देवी गांव में ही आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करती हैं। बड़े भाई रविंद्र स्वामी गांव में ही रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। दोनों भाइयों की अभी शादी नहीं हुई थी।

शहीद सतीश स्वामी पुत्र बुधराम स्वामी 5 साल पहले (2019) में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। सतीश फरवरी में छुट्टी पर आने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उनके शहीद होने की सूचना घर पर आ गई।

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