समरसता संगोष्ठी में शिक्षा, स्वास्थ्य व आर्थिक सुरक्षा की जरूरत पर जोर
समरसता संगोष्ठी में शिक्षा, स्वास्थ्य व आर्थिक सुरक्षा की जरूरत पर जोर

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : समरसता संगोष्ठी में मौजूद विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी व अन्य। भास्कर संवाददाता | झुंझुनूं विश्व हिन्दू परिषद की ओर से रोड नंबर दो स्थित वाल्मीकि पार्क में समरसता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कानूराम सारवाण की अध्यक्षता में भारत माता, वाल्मीकि व डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर संगोष्ठी शुरू की। छोटेलाल सारवाण व गणेश नारायण डुलगच के सानिध्य में विहिप धर्म प्रसार प्रांत प्रमुख सीएम भार्गव ने बताया कि समरसता किसी भी जीवंत राष्ट्र की रक्त रूपी जीवन रसता है।
वैदिक काल में वर्ण आधारित व्यवस्था थी, लेकिन विधर्मी आक्रांताओं के आक्रमण व लंबी पराधीनता के कारण कर्म आधारित वर्ण व्यवस्था ने जन्म ले लिया। समाज मे जन्मत श्रेष्ठता का सिद्धांत प्रतिपादित हो गया। जो महत्व हमारे शरीर के हर अंग जीवन रसता का है, वहीं महत्व राष्ट्र में सामाजिक समरसता का है।
शिक्षा, स्वास्थ्य व आर्थिक सुरक्षा का होना अनिवार्य है। जातिवाद, असमानता व छुआ छूत जैसी बुराइयों की जड़ता से मुक्त होकर ही हम स्वस्थ, सजग व उन्नत राष्ट्र का निर्माण करने में सक्षम होंगे। इस अवसर पर विजेंद्र हटवाल, विहिप के जिला उपाध्यक्ष जयराज जांगिड़, प्रांत धर्म प्रसार टोली सदस्य योगेंद्र कुंडलवाल, लक्ष्मीकांत डुलगच, सह संयोजक सुशील प्रजापति, नगर संयोजक पिंटू कुमावत, किशन सिंह पंवार, पार्षद अशोक प्रजापति, मुकेश चांवरिया, नंदलाल भक्त, विनोद कुमार सहित आदि लोग मौजूद थे।