अमेरिका के सैलानियों को भाया मंडावा का कल्चर:पुरानी यादें ताजा की, शेखावाटी संस्कृति और काम के बारे में विस्तार से जानकारी ली
अमेरिका के सैलानियों को भाया मंडावा का कल्चर:पुरानी यादें ताजा की, शेखावाटी संस्कृति और काम के बारे में विस्तार से जानकारी ली
मंडावा : इन दिनों पर्यटक नगरी मण्डावा विदेशी पर्यटक खूब चहल पहल नजर आ रही है। विदेशी पर्यटक मण्डावा सहित डुण्डलोद, नवलगढ़, मुकुन्दगढ़, अलसीसर आदि पर्यटन स्थलों पर पहुंच रहे हैं। यहां के विख्यात किले, हवेलियों में बने भितिचित्रों को निहार रहे हैं।अमेरिका से 17 सदस्यों का एक दल मण्डवा भ्रमण के लिए आया हुआ है। विदेशी सैलानी के दल ने कस्बे के मुकुंदगढ़ रोड़ स्थित डेजर्ट रिजॉर्ट में ग्रामीण परिवेश के बारे में जानकारी ली। डेजर्ट में अमेरिका के सैलानियों ने लुप्त हो रही संस्कृति और काम के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा काम सीखने के लिए प्रेक्टिकल करके भी देखा।
इस दौरान सैलानियों ने गुड्डी बनाना, पल्लू बंधाई, ठाठिया बनाना जो रद्दी कागज व मुल्तानी मिट्टी से बनाया जाता है को सिखा। मूंझ की चारपाई बनाना, गोबर का लेव बनाना एवं लगाना तथा दीवार पर मांडाना, कांच व कोढ़ियो का काम के अलावा कठपुतली बनाने का तरीका उन लोगों से सीखा जिनकी पीढ़ी दर पीढ़ी यह काम कर रही है। सैलानियों ने बताया कि शेखावाटी की संस्कृति और पुराने जमाने में काम करने का तरीका जो वर्षों पहले यहा होता था, लेकिन आजकल काम देखने को मिलता है और यही सीखने के लिए हम मंडावा आए हैं। हमारा मकसद है काम सीखो और सिखाओ तथा अमेरिका में जाकर यहीं काम हम सीखने के साथ और लोगों को भी वहां पर सिखाएंगे। अमेरिका का यह ग्रुप पोद्दार म्यूजियम नवलगढ़ की सहभागिता से राजस्थान के चुनिंदा स्थलों का भ्रमण करेंगे।