नीमकाथाना : नीमकाथाना जिला निरस्त होने के बाद सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर ने स्थानीय कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी को जिम्मेदार ठहरा दिया। कहा कि वे कमेटी के सामने जनभावना रखते। इस पर सुरेश मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- प्रेम सिंह बाजोर ने नीमकाथाना को जिला बनाए रखने के लिए क्या किया, यह बताएं।
बता दें कि नीमकाथाना का जिला दर्ज समाप्त किए जाने के बाद से कस्बे में कलेक्ट्रेट के सामने धरना चल रहा है। इसी को लेकर बाजोर ने रविवार को नीमकाथाना के देहरा जोड़ी गांव में शहीद रोहिताश सैनी की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर बयान दिया।
उन्होंने कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी पर ठीकरा फोड़ा। वहीं धरने पर बैठे विधायक सुरेश मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए बाजोर पर पलटवार कर दिया।
बाजोर बोले- कमेटी के सामने पक्ष रखते विधायक
प्रेम सिंह बाजोर ने कहा- सुरेश मोदी को जनप्रतिनिधि होने के नाते कमेटी के सामने अपना पक्ष रखना चाहिए था। नीमकाथाना जिला जाने और आज जो घटनाक्रम हो रहा है, उसके दोषी विधायक सुरेश मोदी हैं। जब जिलों की समीक्षा चल रही थी, तब विधायक एक भी दिन कमेटी के सामने नहीं गए।
कमेटी को कुछ लिखकर नहीं दिया। जनता ने सुरेश मोदी को चुनाव जिताकर विधायक बनाया है। जब समीक्षा चल रही थी तो विधायक को जाना चाहिए था। उन्हें जनता की भावनाएं कमेटी के सामने रखनी चाहिए थी।
मेरे लिए तो विधायक कहते हैं कि वो कौन हैं? हम तो कुछ है ही नहीं। हम तो आज भी बैसाखी पर जी रहे हैं। इस विधानसभा चुनाव ने मुझे 33 हजार वोटों से जनता ने हराया है। विधायक के पास अब भी मौका है, उनको जाना चाहिए। उनको मुख्यमंत्री से मिलना चाहिए, ज्ञापन देना चाहिए।
जनता की भावना उनके बीच रखनी चाहिए। वे सिर्फ नीमकाथाना में नाटक कर रहे हैं। जनता को बरगला रहे हैं।
विधायक बोले- मुख्यमंत्री ने समय नहीं दिया
इस पर विधायक सुरेश मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा- बाजोर बयानबाजी कर रहे हैं। मैं कमेटी से मिला था। मुख्यमंत्री से मिलने का समय भी मांगा था। लेकिन मुख्यमंत्री ने समय नहीं दिया।
प्रेमसिंहजी आज तक तो ये कहते आ रहे थे कि सरकार हमारी है। इनका क्या लेना-देना है, उद्घाटन, ट्रांसफर हम ही करेंगे। ट्रेलर, फिल्म दिखाएंगे। आज आप ये कह रहे हो कि मेरी चलती नहीं है, मैं तो हारा हुआ हूं। जो कुछ है वो विधायक का है।
मैं खुद कमेटी के पास अपना प्रेजेंटेशन लेकर गया था और कमेटी के ललित के पंवार को ज्ञापन और किताब सौंपी थी। कमेटी की ओर से कहा गया था कि आपके जैसा प्रेजेंटेशन राजस्थान के किसी जिले से नहीं आया है। पूर्व आईएएस ऑफिसर केएल मीणा भी वहीं मौजूद थे।
आप इनके मंत्रियों से भी पूछ लो कि सुरेश मोदी ने अपनी बात रखी थी या नहीं। उन्होंने ये नहीं बताया कि मैंने जिला बचाने के लिए क्या किया? वो विधानसभा का नाम ले रहे है, लेकिन उसके बाद तो विधानसभा चली ही नहीं। मैंने मुख्यमंत्री से कई बार समय मांगा लेकिन वो नहीं मिले। मैंने कई मेल मुख्यमंत्री को किए।