मां सावित्री बाई फुले जयंती कार्यक्रम का समापन:सावित्री बाई के जीवन के बारे में बताया, पदचिह्नों पर चलने की प्रेरणा दी
मां सावित्री बाई फुले जयंती कार्यक्रम का समापन:सावित्री बाई के जीवन के बारे में बताया, पदचिह्नों पर चलने की प्रेरणा दी

रींगस : रींगस कस्बे की हरिजन बस्ती में स्थित अंबेडकर पार्क में चल रही मां सावित्री बाई फुले जयंती का समापन रविवार को किया गया। बंशीधर वर्मा बावड़ी ने बताया कि कार्यक्रम का समापन बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा व मां सावित्री बाई फुले की फोटों के समक्ष पुष्प अर्पित करके व श्रद्धांजलि देकर किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्जुन लाल चौहान, मुख्य अतिथि आचार्य राजेंद्र व बार एसोसिएशन रींगस महासचिव एडवोकेट दिनेश कुमार बुनकर ने सावित्री बाई के जीवन पर विस्तार से जानकारी दी और उनके पदचिह्नों पर चलने के लिए प्रेरणा दी।
महेंद्र वर्मा, संदीप डंडियां, रामनिवास राजोरिया व हरफूल वर्मा ने बताया कि संघर्ष के बीना जीवन में कुछ भी नही है। सावित्री बाई ने उस समय संघर्ष किया था, जहां पर संघर्ष करना मुश्किल था। उनकी ओर से जीवनभर संघर्ष से आज भी उन्हे याद किया जाता है। ऐसे में हमे भी संघर्ष करके देशहित व आमजन के लिए कार्य करना चाहिए। साथ ही उनके जीवन से जुड़े प्रेरणादायक प्रसंगों को भी साझा किया।
अतुल जाटावत ने बताया कि सावित्री बाई ने विशेष रूप से महिलाओं की शिक्षा, सामाजिक समानता, समाज सुधार व महिलाओं के अधिकारों के प्रति सजग करने में अहम भूमिका निभाई। साथ ही इसके लिए जीवनभर संघर्ष किया। जिसे कभी भुलाया नही जा सकता। इस अवसर पर मुरारी लाल चौहान, श्यामलाल वर्मा, लक्ष्मण वर्मा, प्रेम बुनकर, दामोदर वर्मा, बंटी बागोरिया सहित क्षेत्र के अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित थे।