जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
झुंझुनूं : हाल ही में भजनलाल सरकार द्वारा सीकर संभाग और नीम का थाना जिले को समाप्त करने की घोषणा की गई है। जिसे लेकर गुरूवार को सीकर में इंडिया गठबंधन के सभी दलों के प्रतिनिधियों, व्यापारिक संगठनों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। झुंझुनूं जिले से कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा के अलावा उदयपुरवाटी विधायक भगवानाराम सैनी व मंडावा विधायक रीटा चौधरी ने भी बैठक में शिरकत की। इस मौके पर सुंडा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने काफी सोच-समझकर तथा जनता की मांग पर नीम का थाना को जिला तथा सीकर को संभाग बनाया था। नई सरकार से आमजन को आशा थी कि वह इन्हें सहयोग कर अच्छी तरह से इनका संचालन सुनिश्चित करवाए। लेकिन पर्ची सरकार से प्रदेश संभल नहीं रहा। यही कारण है कि आमजन के हित की बिना सोचे समझे व राजनैतिक दुर्भावना के चलते उन जिलों और संभागों को समाप्त किया गया है। जहां पर भाजपा को विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों में आशातीत परिणाम नहीं आए। जिसका खामियाजा प्रदेश की पर्ची सरकार को भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि जो भी आंदोलन इसके लिए किया जाएगा। उसमें झुंझुनूं जिला कांग्रेस कमेटी शामिल रहेगी। हर एक कार्यकर्ता शामिल रहेगा। आपको बता दें कि सीकर में हुई इस बैठक में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा, सीकर सांसद अमराराम, चूरू सांसद राहुल कस्वां, नीम का थाना विधायक सुरेश मोदी, सादुलपुर की पूर्व विधायक कृष्णा पूनियां, पूर्व मंत्री महादेवसिंह खंडेला, रतनगढ़ विधायक पुसाराम गोदारा, सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल, सीकर सभापति जीवन खां, सीकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनिता गठाला आदि ने हिस्सा लेते हुए सरकार के फैसले की जमकर निंदा की।