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जिले खत्म करने पर रोने लगे लोग, हाईवे जाम किया:भाजपाइयों ने दिए इस्तीफे; नीमकाथाना में ट्रेन रोकने की चेतावनी, सांचौर में कल से महापड़ाव


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जिले खत्म करने पर रोने लगे लोग, हाईवे जाम किया:भाजपाइयों ने दिए इस्तीफे; नीमकाथाना में ट्रेन रोकने की चेतावनी, सांचौर में कल से महापड़ाव

जिले खत्म करने पर रोने लगे लोग, हाईवे जाम किया:भाजपाइयों ने दिए इस्तीफे; नीमकाथाना में ट्रेन रोकने की चेतावनी, सांचौर में कल से महापड़ाव

नीमकाथाना (सीकर)/अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर)

कांग्रेस सरकार के वक्त बने नए जिलों को खत्म करने का हर ओर विरोध शुरू हो गया है। गहलोत सरकार ने 17 नए जिले बनाए थे। भजनलाल सरकार ने इनमें से 9 जिलों और तीन संभागों को समाप्त करने का फैसला लिया है। इसकी नाराजगी अब सड़कों पर आ गई है। संबंधित स्थानों (जो जिले कैंसिल किए गए हैं) पर प्रदर्शन चल रहा है।

जिलों को बहाल नहीं करने पर कांग्रेस समेत अन्य संगठनों और लोगों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। अनूपगढ़ जिले के खत्म होने के बाद स्थानीय भाजपा नेताओं ने अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं। रविवार दोपहर बाद बीकानेर-श्रीगंगानगर नेशनल हाईवे नंबर 911 पर जाम लगा दिया। नीमकाथाना में टायर जलाकर प्रदर्शन किया। साथ ही आंदोलन उग्र कर ट्रेन रोकने की चेतावनी दी गई।

अनूपगढ़ जिला खत्म किए जाने के बाद रविवार को सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक के बाद बीएसएफ कैंपस के पास हाईवे जाम कर दिया।
अनूपगढ़ जिला खत्म किए जाने के बाद रविवार को सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक के बाद बीएसएफ कैंपस के पास हाईवे जाम कर दिया।

शाहपुरा में आज बंद का आह्वान किया गया है। रविवार को शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति के लोगों ने बाजार बंद करवाए। यहां बालाजी की छतरी, कुंड गेट, रामद्वारा, त्रिमूर्ति चौराहा, कलिजरी गेट सहित फुलिया गेट के चौराहों पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। इसके बाद दिन में करीब 1.15 बजे शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति की बैठक हुई।

शाहपुरा में रविवार सुबह बाजार बंद हो गए थे।
शाहपुरा में रविवार सुबह बाजार बंद हो गए थे।

शाहपुरा में दोपहर बाद खुले बाजार

शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति के अविनाश शर्मा ने बताया- बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सोमवार सुबह 11 बजे त्रिमूर्ति स्मारक पर मुख्यमंत्री का पुतला जलाएंगे। इसके बाद कलेक्टर कार्यालय तक मार्च करके जिला कलेक्टर को विरोध स्वरूप ज्ञापन सौंपा जाएगा। सुबह से बंद दुकानें भी दोपहर 1:30 बजे बाद खुल गई।

शाहपुरा में रविवार दिन में करीब 1.30 बजे बाजार फिर से खुलने लगने लग गए थे।
शाहपुरा में रविवार दिन में करीब 1.30 बजे बाजार फिर से खुलने लगने लग गए थे।

नीमकाथाना में टायर जलाकर प्रदर्शन किया

नीमकाथाना जिले को खत्म करने के बाद आज 12.30 बजे जिला बचाओ संघर्ष समिति की ओर से रामलीला मैदान में जन आक्रोश सभा रखी गई थी। इस दौरान रामलीला मैदान सर्किल पर टायर जलाकर नारेबाजी की गई थी। विधायक सुरेश मोदी ने बताया-व्यापार महासंघ ने रविवार को मीटिंग कर निर्णय लिया कि 30 दिसंबर से अनिश्चितकाल के लिए मंडी को बंद रखा जाएगा। सब्जी मंडी एसोसिएशन ने भी इसी तरह का निर्णय लिया है।

नीमकाथाना के रामलीला मैदान सर्किल पर टायर जलाकर नारेबाजी की गई।
नीमकाथाना के रामलीला मैदान सर्किल पर टायर जलाकर नारेबाजी की गई।

नीमकाथाना में ट्रेन रोकने की चेतावनी

सभा में आगवाड़ी सरपंच राजकुमार ने कहा- नीमकाथाना आज ही बंद होना चाहिए। कल से आंदोलन उग्र किया जाएगा। पूरी जनता को साथ लेकर आंदोलन होगा। अगर नीमकाथाना को यथावत रखना है। पूरे जिले वासियों को एक होना है। सभी व्यापारियों को एक होना है। नीमकाथाना में अनिश्चितकालीन के लिए बाजार बंद करने हैं। इसके साथ ही ट्रेनों को भी रोक दिया जाएगा।

गौरतलब है कि अशोक गहलोत ने मार्च 2023 में प्रदेश में 19 नए जिले और 3 संभाग बनाने की घोषणा की थी। भाजपा सरकार ने इनमें से दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़ और सांचौर जिले को निरस्त कर दिया है।

शाहपुरा जिला संघर्ष समिति ने रविवार सुबह बाजार बंद करवाए थे।
शाहपुरा जिला संघर्ष समिति ने रविवार सुबह बाजार बंद करवाए थे।

सांचौर में कल से महापड़ाव

सांचौर जिला समाप्त करने के विरोध में पूर्व राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई ने सरकार पर राजनीतिक विद्वेष के आरोप लगाए हैं। उन्होंने शनिवार को एक प्रेसवार्ता में कहा- सांचौर की जनता को लंबे संघर्ष के बाद जिला मिला था। जालोर जिला हमारे यहां से 250 किमी दूर था। पूर्व कांग्रेस सरकार ने लोगों को राहत देकर सांचौर को जिला बनाया था, लेकिन अब सरकार ने उसे निरस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि इस फैसले के खिलाफ रविवार दोपहर एक बजे स्थानीय अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद सोमवार से कलेक्ट्रेट के बाहर महापड़ाव डाला जाएगा।

जिला रद्द करने के विरोध में पूर्व राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई ने रविवार को महापड़ाव की घोषणा की।
जिला रद्द करने के विरोध में पूर्व राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई ने रविवार को महापड़ाव की घोषणा की।
जिला रद्द होने की खबर मिलते ही शाहपुरा (भीलवाड़ा) में शनिवार देर रात को ही लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
जिला रद्द होने की खबर मिलते ही शाहपुरा (भीलवाड़ा) में शनिवार देर रात को ही लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
नीमकाथाना जिले में संगठनों ने रविवार रात खेतड़ी मोड़ पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का पुतला फूंका।
नीमकाथाना जिले में संगठनों ने रविवार रात खेतड़ी मोड़ पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का पुतला फूंका।
अनूपगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव जरनैल सिंह जिला रद्द होने पर रोने लगे। उन्होंने धरना देने की घोषणा की।
अनूपगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव जरनैल सिंह जिला रद्द होने पर रोने लगे। उन्होंने धरना देने की घोषणा की।

अनूपगढ़ में भाजपा नेताओं ने दिए इस्तीफे

अनूपगढ़ जिला निरस्त करने के बाद यहां शनिवार देर रात से ही प्रदर्शन शुरू हो गए थे। यहां भाजपा नेताओं ने भी इस फैसले के खिलाफ नाराजगी जताई थी। भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष मुकेश शर्मा और नगर मंडल महामंत्री विनय चराया ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल राठौड़ को अपना इस्तीफा भेजा था।

जिला बनाओ संघर्ष समिति के महासचिव जरनैल सिंह अनूपगढ़ जिला कैंसिल होने पर शनिवार रात कलेक्ट्रेट के सामने धरना स्थल करने पहुंचे थे। यहां जरनैल सिंह रोने लगे थे। इसके बाद कनॉट पैलेस चौक पर स्थानीय लोगों के द्वारा पुतला फूंका गया था। राजस्थान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई थी। वहां मौजूद लोगों ने राजस्थान सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हुए कहा- सरकार ने अनूपगढ़ की जनता के साथ अन्याय किया है। इसका पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा। यहां रविवार दोपहर 2 बजे विभिन्न संगठनों की बैठक हुई।

श्रीगंगानगर से कांग्रेस सांसद कुलदीप इंदौरा ने कहा- जिले बढ़ाने के स्थान पर इन्हें घटाना किसी भी तरह से उचित नहीं कहा जा सकता। यह एक घिनौना काम है। भजनलाल सरकार के पास करने को कुछ नहीं है। अनूपगढ़ को जिला बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर प्रयास किए थे। इसके बाद इन जिलों को समाप्त कर देना उचित नहीं है।

शनिवार शाम करीब 7 बजे केकड़ी जिला बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रामवतार सिखवाल ने अजमेरी गेट स्थित तीन बत्ती तिराहे पर मुंडन कराने पहुंच गए। हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
शनिवार शाम करीब 7 बजे केकड़ी जिला बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रामवतार सिखवाल ने अजमेरी गेट स्थित तीन बत्ती तिराहे पर मुंडन कराने पहुंच गए। हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक लिया।

केकड़ी में जिला बचाओ संघर्ष समिति का प्रदर्शन

भाजपा सरकार द्वारा केकड़ी जिले को समाप्त करने की घोषणा के बाद, जिला बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रामवतार सिखवाल ने अजमेरी गेट स्थित तीन बत्ती तिराहे पर मुंडन कराने पहुंच गए थे। हालांकि, पुलिस के मौके पर पहुंचने से यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। केकड़ी के सावर उपखंड मुख्यालय पर रविवार को धरना दिया जाएगा। एडवोकेट गजेन्द्र गर्ग ने बताया कि सरकार का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसके खिलाफ हम आंदोलन करेंगे।

सरकार ने कहा- समाप्त किए गए जिलों की उपयोगिता नहीं थी

सरकार ने ये फैसला पूर्व आईएएस ललित के. पंवार की अध्यक्षता में गठित रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट और इसके बाद बनी मंत्री समूह की रिपोर्ट के आधार पर लिया है। शनिवार को हुई कैबिनेट की बैठक के के बाद इस फैसले की घोषणा की गई।

इसमें कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि चुनाव से पहले नए जिले और संभाग बनाए गए थे। इनकी उपयोगिता नहीं थी। वित्तीय संसाधन और जनसंख्या के पहलुओं को अनदेखा किया गया। अनेक जिले ऐसे थे, जिनमें 6-7 तहसीलें भी नहीं थीं। ऐसे में सरकार ने नौ जिलों और तीन संभागों को समाप्त करने का फैसला लिया है।

उन्होंने कहा कि बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, फलोदी और सलूंबर जिले बने रहेंगे। इसके साथ ही पाली, सीकर, बांसवाड़ा संभाग भी खत्म कर दिए गए हैं। सरकार के इस फैसले के बाद अब राज्य में 41 जिले ही रह जाएंगे। वहीं 10 संभाग की जगह 7 संभाग अस्तित्व में रहेंगे।

जोधपुर में जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने जिले खत्म करने पर कहा- अगर किसी जगह विरोध होगा तो जो गांव 10 लाख की आबादी से जुड़ना चाहेंगे उन पर विचार किया जा सकता है। हमने 2011 की जनगणना के अनुसार मापदंड है, उसके आधार पर जिलों को लेकर निर्णय किया। जिन जिलों में SDM के करने लायक काम भी नहीं है, वहां जिला कलेक्टर कैसे काम कर पाएगा। इसलिए हमने बिना किसी भेदभाव के ऐसे जिले हटवाए।

सीकर में खाटूश्याम जी दर्शन करने आए शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा- ऐसे तो मेरी विधानसभा रामगंजमंडी को भी जिला बनाने की मांग चल रही है और लोग टंकी पर भी चढ़ गए थे। दिलावर ने कहा कि दूरी का भी ध्यान रखना पड़ता है। ऐसे तो जैसलमेर भी एक विधानसभा क्षेत्र के लगभग है। दूरी, जनसंख्या, संसाधन सहित कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है उसके बाद निर्णय किया जाता है।

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