सीकर : सीकर में सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित होने के बावजूद भी प्राइवेट स्कूल खोलने का एसएफआई ने विरोध किया।कार्यकर्ता जिला शिक्षा अधिकारी के ऑफिस में घुस गए और जमकर हंगामा किया। इसके बाद डीईओ ऑफिस का गेट खोलकर अंदर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
स्कूल खोलने का विरोध
एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष जाखड़ ने कहा- राजस्थान में शिक्षा विभाग ने 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया है। जिसके चलते क्लास 1 से 12वीं तक के सभी बच्चों को छुट्टियां दी गई है। लेकिन शिक्षा विभाग के इस आदेश की एजुकेशन हब सीकर में सरेआम अवहेलना हो रही है और धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां प्राइवेट स्कूल संचालक अवकाश घोषित होने के बावजूद भी स्कूल खोल रहे हैं। जिसके कारण इस कड़ाके की ठंड में मासूम बच्चों को स्कूल आना पड़ रहा है।
स्कूल की मान्यता रद्द करने पर अड़े
जाखड़ ने कहा- जिला प्रशासन भी प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ मिला हुआ है और आंख मूंदकर बैठा है। जबकि जिला प्रशासन को आदेश की अवहेलना करने वाले स्कूल व कोचिंग संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उनकी मान्यता रद्द करनी चाहिए। स्कूलों में अवकाश करवाने को लेकर बच्चों व परिजनों के फोन लगातार उनके पास आ रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी, शिक्षा विभाग और जिला कलक्टर आंख बंद करके बैठा हुआ है। इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
उग्र प्रदर्शन की चेतावनी
एसएफआई ने एडिशनल जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर चेताया कि अगर कल से कोई भी प्राइवेट स्कूल खुला या फिर कोई स्कूल की बस बाजार में दिखी तो उग्र विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। तुरंत प्रभाव से आदेश जारी कर प्राइवेट स्कूलों में भी अवकाश के आदेशों की पालना कराई जाए और अवकाश घोषित किया जाए। जिन संस्थाओं ने आज व बुधवार को स्कूल खोले थे उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाए और कार्रवाई की जाए।
इस मौके पर उपाध्यक्ष दाऊद खान, शेखावाटी यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष विजेंद्र ढ़ाका, आर्ट्स कॉलेज के अध्यक्ष राजू बिजारणियां, जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश डूडी, जिला सचिव महिपाल गुर्जर, सरफराज चौहान, यश सोनी, अकबर, आमिर खान, रेहान, हसन, मनीष, गोपाल सहित अनेक एसएफआई के कार्यकर्ता मौजूद रहे।