झुंझुनूं : शहर में सफाई व्यवस्था को सुधारने और आमजन को राहत देने के लिए नगर परिषद ने अनूठा प्रयोग किया है। इसमें नगर परिषद के 60 अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वेच्छा से सफाई की पुख्ता व्यवस्था के लिए एक-एक वार्ड को गोद लिया है। वे सप्ताह में दो दिन अपने नियमित कार्य के अलावा सफाई की व्यवस्था का पूरा जिम्मा संभालेंगे। नगर परिषद में इसी सप्ताह से इस योजना पर काम शुरू हो गया है।
नगर परिषद के कर्मचारियों व अधिकारियों ने खुद की निगरानी में हर वार्ड में विशेष सफाई कराई और आमजन से फीडबैक लिया। दरअसल शहर में सफाई को लेकर काफी शिकायतें आने को लेकर नगर परिषद आयुक्त ने इसकी योजना तैयार कराई। जिसमें नगर परिषद कार्यालय में कार्य करने वाले 15 अधिकारियों व 45 कार्मिकों को एक-एक वार्ड में सफाई व्यवस्था को सुधारने का जिम्मा मिला हैं।
ड्यूटी वाले वार्ड से अधिकारी और कर्मचारी मौके से सफाई संबंधी फोटो भी भेजेंगे
नगर परिषद आयुक्त मुकेश कुमार ने सफाई में सुधार के लिए 15 अधिकारियों के साथ 45 कार्मिकों को एक-एक वार्ड का जिम्मा दिया है। जिसमें वे एक सप्ताह में दो दिन निगरानी करेंगे। इस दौरान सफाई व्यवस्था, कचरा उठाने, नालियों की सफाई समेत ऑटो टीपर में कचरा संग्रहण समेत तमाम व्यवस्थाओं को देखेंगे। वहीं आमजन से सफाई को लेकर जानकारी लेकर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट तैयार करेंगे। इन कर्मचारियों व अधिकारियों को ठेकेदार के सफाई कर्मचारी नियमित आने व कचरा संग्रहण किए जाने को लेकर चैक लिस्ट तैयार होगी। इसके लिए नगर परिषद ने प्रारूप तैयार कराया है। जिसमें पूरी जानकारी भरेंगे और इसके आधार पर रही नगर परिषद संबधित ठेकेदार को भुगतान करेगी। ड्यूटी वाले वार्ड से अधिकारी और और कर्मचारी मौके फोटो भेजेंगे।
आयुक्त, लेखाधिकारी समेत 15 अधिकारी एक-एक वार्ड में करेंगे सफाई की निगरानी
नगर परिषद ने शहर की सफाई के लिए 15 अधिकारियों को एक-एक वार्ड दिया है। इसमें नगर परिषद आयुक्त मुकेश कुमार, राजस्व अधिकारी नेह्य चौधरी, लेखाधिकारी जयप्रकाश लमोरिया, एक्सईएन वेदप्रकाश, कर निर्धारक डॉ. अरविंद कुमार शर्मा, एईएन लोकेश दूलड़, रोहित जांगिड़, अग्निशमन अधिकारी लोकेश, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी अमित महमिया, राजस्व निरीक्षक पूनम तंवर, जेईएन राजेश, अजय, राजेश कुमार और रश्मि लांबा को जिम्मेदारी दी है। 45 कर्मचारियों को भी एक-एक वार्ड का जिम्मा सौंपा हैं।
सफाई की वास्तविक जानकारी मिलेगी, शिकायतों का समाधान होगा आसान:
शहर में सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए विशेष निगरानी की पहल की है। हालांकि नगर परिषद की सफाई यूनिट में मुख्य स्वच्छता निरीक्षक समेत चार एएसआई और जमादार लगे हुए हैं। इसके साथ करीब 180 सफाई कर्मचारी और हर जोन में एक सफाई ठेकेदार के ऑटो टीपर के साथ पांच सफाई कर्मचारी है। सफाई को लेकर बड़ा बजट खर्च होने के बाद शिकायतों को देखते हुए वास्तविक जानकारी के लिए ये प्रयोग किया गया है।